अल्मोड़ा: जिला मुख्यालय के निकट स्थित फलसीमा गांव के लोग अपनी गांव की भूमि बचाने के लिए सड़कों पर उतरने का मन बना चुके हैं. भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले फलसीमा के ग्रामीण 'भूमाफिया भगाओ पहाड़ बचाओ' रैली निकालने का निर्णय लिया है. लोगों का कहना है कि भूमाफियाओं की बढ़ती घुसपैठ को लेकर सरकार व चुने गए जनप्रतिनिधियों की चुप्पी हैरत में डालने वाली है.
भूमाफियाओं की गांवों में बढ़ती घुसपैठ से ग्रामीण परेशान, सड़कों पर उतरकर करेंगे प्रदर्शन
फलसीमा गांव के लोग भूमाफियाओं की बढ़ती घुसपैठ से परेशान हैं. ग्रामीणों ने भूमाफियाओं की घुसपैठ रोकने के लिए सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है. साथ ही सरकार पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. उन्होंने सरकार व चुने गए जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
ग्रामीणों ने सामूहिक बैठक में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में सरकारों की मिलीभगत से गांव-गांव में माफियाओं की घुसपैठ हो रही है. जिसके खिलाफ सड़क पर उतरना आज जनता की मजबूरी बन गई है. ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि 13 मई को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर रैली निकाली जाएगी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा. इस दौरान कई संगठनों व आंदोलनकारियों ने इस संघर्ष में साथ देने का वादा किया है. समिति के विनोद बिष्ट ने कहा कि कोरोना काल के बाद पर्वतीय क्षेत्रों में भूमाफियाओं की बढ़ती घुसपैठ को लेकर सरकार व चुने गए जनप्रतिनिधियों की चुप्पी हैरत में डालने वाली है.
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अब जनता के पास सड़क पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. रैली को सफल बनाने के लिए सघन जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान भूमि बचाओ संघर्ष समिति फलसीमा के बिशन सिंह, बलवंत बिष्ट, विनोद सिंह, किशन सिंह, दीवान बिष्ट, एडवोकेट जीवन चंद्र, नारायण राम व भावना पांडे ने विचार रखे. बैठक में जनता से राज्य की अस्मिता की रक्षा के लिए रैली को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में जुटने को कहा गया.