अल्मोड़ा:आपने सुना होगा कि अन्न रहने के बावजूद इंसान को कभी-कभी भूखा रहना पड़ता है. इसकी बानगी आप अल्मोड़ा जनपद में खुलेआम देख सकते हैं. गोदाम में राशन है. परंतु राशन विक्रेता इसको ले नहीं रहे हैं, क्योंकि सरकार के तरफ से उनके द्वारा पूर्व में बांटे गये राशन का भुगतान नहीं किया गया है. इसका खामियाजा आम कार्ड धारकों को भुगतना पड़ रहा है.
खाद्यान्न विक्रेता बकाया भुगतान में देरी से नाराज कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत पहुंचे राशन से अल्मोड़ा का गोदाम भरा पड़ा है. लेकिन पिछला भुगतान न होने की वजह से सस्ता गल्ला विक्रेता इस गोदाम से राशन नहीं उठा रहे हैं. इसकी वजह से जिले के बीपीएल और अंत्योदय के लगभग 90 हजार कार्ड धारकों को अभी तक राशन नहीं मिल पाया है.
बता दें कि कोरोना काल में बीपीएल और अंत्योदय राशन कार्ड धारकों के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की है. इसके तहत इनको प्रति यूनिट 5 किलो राशन हर माह मुफ्त में मिलना तय है. लेकिन सस्ता गल्ला विक्रेता इस राशन को गोदाम से नहीं ले रहे हैं. इस कारण यह राशन लंबे समय से अल्मोड़ा के गोदाम में पड़ा है.
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पूर्ति निरीक्षक गोविंद प्रसाद ने बताया कि मुफ्त बंटने वाला राशन गोदाम में भारी मात्रा में पड़ा है, लेकिन सस्ता गल्ला विक्रेता इसको नहीं ले जा रहे हैं. सस्ता गल्ला विक्रेताओं का कहना है उनके द्वारा पूर्व में भी निशुल्क राशन को बांटा गया, जिसका अप्रैल से जून तक का उनका भुगतान अभी तक नहीं मिला है. इस कारण वह राशन नहीं उठा रहे हैं. पूर्ति निरीक्षक का कहना है कि दुकानदारों की मांगों को उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस गोदाम से लगभग 80 सस्ता गल्ला विक्रेता राशन ले जाते हैं.