अल्मोड़ा: कोरोना संकट और लॉकडाउन से खस्ताहाल देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने की कवायद जारी है. सरकार ने राहत पैकेज में मनरेगा को 40 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त अनुदान दिया है. पहले मनरेगा का बजट 61 हजार करोड़ रुपए का था, अब इसमें 40 हजार करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
अल्मोड़ा जनपद के 11 विकासखंड में मनरेगा काम से जुड़े सैकड़ों संविदा कर्मचारियों को पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिला है, जिसकी वजह से कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया है. अल्मोड़ा विकास भवन में ताड़ीखेत विकासखंड के मनरेगा के संविदा कर्मचारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौपा.
6 महीने से वेतन के लिए परेशान मनरेगा संविदा कर्मचारी. ये भी पढ़ें:हरिद्वार शहर पर 'पहाड़' का खतरा, तलहटी में 'फंसी' जान
अल्मोड़ा जिले के 11 विकासखंड में 100 से अधिक अभियंताओं को मनरेगा के निर्माण कार्यो के लिए संविदा में रखा गया है. लेकिन इन कर्मचारियों को बीते 6 महीने से वेतन नहीं मिल पा रहा है. जिससे नाराज संविदा कर्मचारियों ने सीडीओ ऑफिस में प्रदर्शन किया और मदद की गुहार लगाई है.
मनरेगा के संविदा कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन जल्द वेतन का भुगतान नहीं करता है तो मनरेगा संविदा कर्मचारी सभी विकासखंडों में आंदोलन करने को मजबूर होंगे. कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना काल में उनके द्वारा मनरेगा के तहत प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. लेकिन पुराने कर्मचारियों की कोई सुध नहीं ले रहा है. जिसकी वजह से संविदा कर्मचारी भरण-पोषण के लिए तरस रहे हैं.