अल्मोड़ाःऐतिहासिक मां नंदादेवी मंदिर में हर साल भाद्रपद माह में नंदादेवी महोत्सव का आयोजन किया जाता है. इस बार यह मेला 11 सितंबर से आयोजित किया जाएगा, लेकिन कोरोना के चलते यह मेला बीते साल की तरह ही इस बार भी सादगी से मनाया जाएगा. मेले की शुरुआत 11 सितंबर को कलश स्थापना के साथ होगी और 17 सितंबर को मां नंदा देवी का डोला विसर्जन के साथ ही महोत्सव का समापन हो जाएगा.
अल्मोड़ा नगर के मध्य में स्थित ऐतिहासिक नंदादेवी मंदिर में हर साल भाद्र मास की शुक्ल पक्ष को लगने वाले मेले की रौनक ही कुछ अलग होती है. अल्मोड़ा शहर सोलहवीं शदी के छठे दशक के आसपास चंद राजाओं की राजधानी के रूप में विकसित हुआ था. नंदादेवी मेला चंद वंश की राज परंपराओं से संबंध रखता है, क्योंकि मां नंदादेवी को चंद वंशीय राजाओं की कुलदेवी माना जाता है.
यही वजह है कि इस महोत्सव में आज भी पूजा अनुष्ठान चंद शासकों के पूर्वज ही करते हैं. इस महोत्सव की शुरुआत 1671 से शुरू हुई थी. तब से निरंतर यह महोत्सव मनाया जाता है. पंचमी तिथि से प्रारंभ मेले के अवसर पर दो भव्य मां नंदा-सुनंदा देवी प्रतिमाएं बनाई जाती हैं. पंचमी की रात्रि से ही जागर भी प्रारंभ होती है.