उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

नंदा देवी महोत्सव में दिखे लोक संस्कृति के रंग, छात्रों ने छोलिया-झोड़ा-चांचरी में बांधा समां

Nanda Devi Mahotsav Ranikhet में लोक संस्कृति के रंग देखने को मिले. छात्रों ने छोलिया, झोड़ा, चांचरी आदि लोक नृत्य में प्रस्तुतियां दी. जिसे देख लोग अभिभूत हो गए. जबकि, लोक नृत्य प्रतियोगिता में विजेताओं को सम्मानित किया गया.

Nanda Devi Mahotsav Ranikhet
रानीखेत नंदा देवी महोत्सव

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 24, 2023, 10:09 AM IST

रानीखेतः कुमाऊं में नंदा महोत्सव की धूम रही. तमाम नंदा देवी के मंदिरों में मां नंदा सुनंदा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर मां नंदा सुनंदा से मन्नतें मांगी. इस मौके पर रानीखेत में नंदा महोत्सव समिति की ओर से सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित कराई गई. जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया गया.

नंदा देवी महोत्सव रानीखेत

बता दें कि रानीखेत नंदा देवी मंदिर परिसर के मैदान में अंतर विद्यालयी लोक नृत्य प्रतियोगिता के तीनों वर्गों में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं. देर शाम तक चली प्रतियोगिता में स्कूली बच्चों ने छोलिया, झोड़ा, चांचरी आदि लोक नृत्य प्रस्तुत किए. इस अंतर विद्यालयी लोक नृत्य प्रतियोगिता के सब जूनियर वर्ग में गोविंद मैमोरियल स्प्रिंग फील्ड पब्लिक स्कूल ने प्रथम, केपीएस हिमालयन पब्लिक स्कूल ने द्वितीय और चिल्ड्रन एकेडमी सौनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.
ये भी पढ़ेंःकदली वृक्षों से तैयार की गई मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाएं, देवी खुद धारण करती हैं अपना स्वरूप

वहीं, जूनियर वर्ग में गोविंद मैमोरियल स्प्रिंग फील्ड पब्लिक स्कूल ने प्रथम, विवेकानंद विद्या मंदिर ने द्वितीय और राजकीय जूनियर हाईस्कूल सौनी ने तृतीय स्थान हासिल किया. जबकि, सीनियर वर्ग में बियर शिवा पब्लिक स्कूल चिलियानौला ने प्रथम, जीडी बिड़ला मेमोरियल स्कूल चिलियानौला ने द्वितीय और राजकीय आदर्श बालिका इंटर कॉलेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.

शकुनाखर प्रतियोगिता में रानीखेत मिशन इंटर कॉलेज ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. वहीं, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज ताड़ीखेत उप विजेता रहे. जबकि, प्रतियोगिता में ताड़ीखेत विकासखंड के करीब 26 विद्यालयों ने शिरकत की. वहीं, देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. जिसमें दर्शक जमकर झूमे. बता दें कि कुमाऊं में मां नंदा सुनंदा को कुलदेवी के रूप में पूजा जाता है. माना जाता है कि साल में एक बार मां नंदा धरती पर आती हैं. यही वजह है कि उस दिन नंदा महोत्सव का आयोजन किया जाता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details