अल्मोड़ा: वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण करने वालों की अब खैर नहीं है. दूरस्थ स्थानों में सड़कों के किनारे वन विभाग की सरकारी भूमि में जगह-जगह अतिक्रमण कर ढाबे, रेस्टोरेंट आदि खोल गए हैं. वहीं सड़कों के किनारे बने भवनों ने भी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ है. मुख्यमंत्री के सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने के जाने के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन एक्शन मोड पर है. साथ ही अतिक्रमण को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है.
अल्मोड़ा में एक्शन मोड में वन महकमा, आरक्षित भूमि से हटाया अतिक्रमण - अतिक्रमण
सीएम धामी के निर्देश के बाद प्रशासन लगातार अतिक्रमण पर चोट कर रहा है. अल्मोड़ा में प्रशासन की टीम ने सरकारी भूमि पर किए अतिक्रमण को ध्वस्त किया. साथ ही टीम ने सड़क किनारे भवन स्वामियों द्वारा किए अतिक्रमण को भी चिन्हित किया.
गौर हो कि चितई पेटशाल मोटर मार्ग में बज्योली के समीप वन विभाग की भूमि पर सड़क किनारे किए गए अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे हटा दिया गया है. अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग के किनारे लोगों ने वन विभाग की भूमि पर अनेक स्थानों में अवैध कब्जा कर ढाबे व रेस्टोरेंट खोल रखे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी भूमि पर हुए सभी अतिक्रमणों को हटाने के आदेश प्रदेश के सभी अधिकारियों को दिए हैं. जिसके बाद विभाग अतिक्रमण के खिलाफ सक्रिय दिख रहा है और सरकारी भूमि में हो रहे अतिक्रमण को हटाना शुरू कर दिया है.
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वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्या ने बताया कि इस आरक्षित वन भूमि के बीच में मोटर मार्ग के किनारे अतिक्रमण कर अस्थायी ढाबे के निर्माण को राजस्व विभाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड की संयुक्त टीम ने ध्वस्त कर हटा दिया. अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई में वन दरोगा इंद्रा मर्ताेलिया, वन दरोगा दिनेश रावत, कुंदन बगडवाल, आशीष, हिम्मत सिंह बोरा, कंचन कुमार, विद्या, राजस्व उपनिरीक्षक चितई पेटशाल व राष्ट्रीय राजमार्ग के संदीप कुमार आदि शामिल रहे.