अल्मोड़ा:उत्तराखंड में इस साल भी पर्यटन व्यवसाय पटरी से उतर चुका है. इस समय पर्यटन को अपने चरम पर रहना चाहिए था लेकिन कोरोना के कारण पूरा पर्यटन कारोबार घाटे की तरफ जा चुका है. अल्मोड़ा में इस साल भी पर्यटन से जुड़ी उम्मीद टूट गई है.
पर्यटक स्थल अल्मोड़ा में पर्यटन व्यवसायी कमजोर आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं. पिछले दो साल से पर्यटकों के नहीं आने से पर्यटन कारोबारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. मॉनसून के समय अल्मोड़ा में पर्यटकों की भारी भीड़ रहती थी, जो कोरोना के कारण फीकी दिख रही है. लिहाजा इस साल भी पर्यटन कारोबार का उठना मुश्किल लग रहा है.
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पर्यटन कारोबार संकट में
होटल, रेस्टोरेंट और होमस्टे व्यवसायों के मुताबिक पर्यटन का कारोबार मई, जून और जुलाई में पीक पर रहता था. लेकिन कोरोना के कारण पहाड़ों में सन्नाटा पसरा हुआ है. कारोबारियों के मुताबिक अगर ये वाला सीजन गया तो कारोबार के लिहाज से कुछ नहीं बचेगा. कोरोना के कारण पर्यटन कारोबार पर संकट के बादल छा गए हैं.
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पर्यटन कारोबारियों को हुआ भारी नुकसान
अल्मोड़ा में ज्यादातर कारोबारी पर्यटन पर निर्भर रहते थे. कारोबारियों को पर्यटन ना चलने से खासा नुकसान हुआ है. पर्यटन नहीं चलने से होटल, रिजॉर्ट कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं. जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने कहा कि जिले में 192 होम स्टे और 200 से अधिक होटल रिजॉर्ट कोरोना के कारण बंद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना खत्म होने के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी.