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अल्मोड़ा विकास प्राधिकरण का विरोध तेज, कांग्रेसियों ने सरकार को बताया पहाड़ विरोधी

अल्मोड़ा में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने इसे सरकार का तुगलकी फरमान करार दिया.

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विकास प्राधिकरण का विरोध

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Published : Feb 28, 2020, 4:40 PM IST

अल्मोड़ाः जिला विकास प्राधिकरण का विरोध तेज हो गया है. इसी कड़ी में प्राधिकरण को खत्म करने की मांग को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार का पुतला फूंककर विरोध जताया. वहीं, उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में जिला विकास प्राधिकरण लागू करने को सरकार का तुगलगी फरमान बताया.

शुक्रवार को चौघानपाटा में नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रोतैला के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने प्राधिकरण को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि साल 2017 के नवंबर महीने में बिना पर्वतीय क्षेत्र की जनता को विश्वास में लिए प्रदेश सरकार ने जिला विकास प्राधिकरण लागू कर दिया था. जो एक सरकार का तुगलकी फरमान था.

जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में प्रदर्शन करते कांग्रेसी.

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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विकास प्राधिकरण लागू होने के बाद जनता बेहद परेशान है. उन्हें अपने भवन निर्माण में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही कहा कि एक ओर सरकार पलायन पर अंकुश लगाने की बात कर रही है, वहीं, दूसरी ओर प्राधिकरण लागू कर पलायन को खुद बढ़ावा देने का काम कर रही है.

ग्रामीण क्षेत्र की जनता भी इस जनविरोधी प्राधिकरण के कारण काफी परेशान हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की जनता ज्यादातर गरीब हैं. वो खेती-बाड़ी, पशुपालन कर अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं. एक-एक पैसा जोड़कर अपने लिए एक छोटे से भवन का निर्माण करना चाहते हैं तो उसमें भी प्राधिकरण के नियम आड़े आ जाते हैं.

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रौतेला ने कहा कि प्राधिकरण के नाम पर जनता को नोटिस पर नोटिस देकर एक डर का माहौल तैयार किया जा रहा है. जो कि काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. प्राधिकरण के शुल्क के नाम पर भी जनता से भारी भरकम फीस वसूली जा रही है. जिससे जनता काफी परेशान है. वहीं, उन्होंने विकास प्राधिकरण को खत्म करने की मांग की है.

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