सोमेश्वरः बहुचर्चित चिटफंड कंपनी कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले के फरार आरोपी दीपक राम को पुलिस ने बागेश्वर से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सोसाइटी का सह प्रबंधक था. सह प्रबंधक दीपक राम पर करीब 56 लाख रुपए के गबन का आरोप है. मामले में सोसाइटी के प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार अस्थाना को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
जानकारी के मुताबिक, कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में वांछित चल रहे दीपक राम पुत्र जोगा राम (36), निवासी बनेगांव, कांडा, बागेश्वर को सोमेश्वर पुलिस ने दबिश देकर मंडलसेरा से गिरफ्तार किया है. विवेचनाधिकारी राजेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अल्मोड़ा ने बीते 17 जुलाई को गैर जमानती वारंट जारी किया था.
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विवेचनाधिकारी राजेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया है कि दीपक राम कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के बागेश्वर डिवीजन में सहायक मंडल प्रबंधक के पद पर कार्यरत था. घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था. सोसाइटी की सोमेश्वर शाखा में हुए करीब 56 लाख रुपये के घोटाले में 4 अन्य आरोपियों के साथ नामजद था.
बता दें कि घटना के मुख्य आरोपी सोसाइटी के प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार अस्थाना को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. अस्थाना अभी जिला कारागार अल्मोड़ा में बंद है. आरोपी दीपक राम के खिलाफ थाना सोमेश्वर के अलावा बागेश्वर के थाना कोतवाली, थाना बैजनाथ, पिथौरागढ़ के बेरीनाग थाना आदि जगहों पर अभियोग पंजीकृत हुए हैं. बताया जा रहा है कि 56 लाख रुपये का घोटाला सोमेश्वर शाखा में हुआ है. जबकि, अन्य शाखाओं की बात करें तो करोड़ों में गबन करने का आरोप है.
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बागेश्वर जिले समेत कई जगहों पर कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी की शाखा खोली गयी थीं. इनमें कई स्कीमों के तहत लोगों से खाते खुलवाए गए. साथ ही पैसे जमा करवाए गए. जब लोग अपना पैसा निकालने गए तो सोसाइटी की शाखाओं में ताले लगे मिले. जिसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ और पुलिस में सोसाइटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया.