अल्मोड़ाः बिना हेलमेट तेज बाइक चलाने पर साढ़े 16 हजार रुपये का चालान करने का मामला सामने आया है. युवक ने पुलिस पर गलत धाराएं लगाकर उसका चालान करने का आरोप लगाते हुए चितई स्थित प्रसिद्ध न्याय देवता केगोलू मंदिर में अर्जी टांगकर न्याय की गुहार लगाई है. वहीं, युवक की यह अर्जी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है.
गोलू देवता से न्याय की गुहार. दरअसल, चितई निवासी दीपक सिराड़ी अपनी आपबीती सोशल मीडिया के माध्यम से बताई है. युवक का कहना है कि वह होटल में काम करता था. बीते दो महीने से वो अपने घर पर ही है और बेरोजगार है. घर में उसकी दादी की तबीयत खराब चल रही थी, जिस कारण मंगलवार को वह दवा लेने के अल्मोड़ा आया था. यहां आने के लिए उसने किसी से बाइक मांगी थी.
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युवक ने बताया कि पहले वह जिला अस्पताल आया, लेकिन वहां पूरी दवा नहीं मिलने पर वह प्रकाश मेडिकल स्टोर पहुंचा. इतने में उसके घर से फोन आया कि दादी की तबीयत बहुत खराब है. चिंता की वजह से वो बाइक तेज चलाता हुआ चितई को रवाना हो रहा था. इसी दौरान उसे शिखर तिराहे में पुलिस ने रोक लिया.
युवक का कहना है कि इस दौरान पुलिस ने उस पर हेलमेट नहीं पहनने, तेज गति से वाहन चलाने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए उसकी बाइक सीज कर दी. उसे कोतवाली लाया गया, जहां उसका पूरे 16,500 रुपये का चालान काट दिया गया. उसका कहना है कि वह होटल में मात्र 2500 रुपये की नौकरी करता था और बीते दो महीने से बेरोजगार बैठा है. लेकिन उसका चलान इतना ज्यादा कर दिया अब इसे कैसे भर पाएगा?
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वहीं, दीपक सिराड़ी ने इस मामले में न्याय की मांग करते हुए न्याय के देवता चितई के गोलू देवता मंदिर में एक अर्जी भी लगाई है. अपने साथ हुए इस घटना को युवक ने सोशल मीडिया में वायरल की है. उधर, मामले में पुलिस का कहना है कि युवक ने हेलमेट नहीं पहना था, तेज गति से वाहन चला रहा था, गाड़ी के अन्य दस्तावेज भी युवक के पास नहीं थे.
एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि चालान अलग-अलग मद में अलग-अलग होता है. युवक संभवत चालान की भाषा शैली नहीं समझ पाया है. जिसमें यह स्पष्ट किया जाता है कि यदि युवक निर्धारित तिथि तक पुलिस को चालान की धनराशि नहीं देता है, तब उसे इतनी राशि कोर्ट में देनी होगी.
यदि युवक जो दस्तावेज उसके पास नहीं है. वो पेश करेगा तो चालान की राशि खुद कम हो जाएगी. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में यह पोस्ट देखने के बाद उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच अब सीओ अल्मोड़ा को सौंप दी गई है.