सोमेश्वर:अतिवृष्टि के कारण अल्मोड़ा की सोमेश्वर घाटी में हुई तबाही का जायजा लेने के लिए बुधवार को प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. प्रशासन की टीम ने अतिवृष्टि से तबाह हुए कई गांवों का दौरा किया. इस दौरान प्रशासन ने किसानों की फसलों को हुए नुकसान का आकलन भी किया है, ताकि पीड़ितों को समय से मुआवजा दिया जा सके,
मंगलवार शाम को सोमेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण कोसी नदी समेत अन्य नदी-नाले उफान पर आ गए थे. इस दौरान दो नेपाली मजदूर बह गए थे, जिसमें से एक को बचा लिया गया था, लेकिन एक मजदूर का पता नहीं चल पाया. जो मजदूर नाले में बह गया था उसका नाम बीरू बहादुर (35) है. उसकी तलाश की जा रही है. इस दौरान कई मवेशी में पानी में बह गए थे, जिनकी मौत हो गई.
इस आपदा में खेतों में तैयार खड़ी सारी फसल बर्बाद हो गई थी. बारिश के पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी कई घरों में घुस गया, जिससे घर में रखा सारा सामान खराब हो गया था.
गुरुड़ा गांव की पुष्पा बोरा ने कहा कि उनकी रोजी-रोटी का माध्यम खेती है, जिसे कल की आपदा ने नेस्तनाबूद कर दिया है. उनके मवेशियों के लिए चारे का भी संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीण लीला बोरा ने सरकार से फसलों का मुआवजा देने की गुहार लगाई है.