अल्मोड़ा: सरकारी डॉक्टरों की लापरवाही के कारण शुक्रवार को हुई गर्भवती महिला के मौत का मामला अब गरमाता जा रहा है. विपक्षी दल इस मामले में जहां सरकार को घेरने में लगे हुए है तो वहीं दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं. रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के पास इस मामले को लेकर धरना दिया है.
गर्भवती महिला की मौत का मामला इस दौरान कुमाऊं प्रभारी अमित जोशी ने प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जोशी ने कहा कि आज प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है. मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है. डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन सरकार है कि इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
अमित जोशी का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला की मौत हो गई है. नौ घंटे तक महिला को कोई उपचार नहीं मिला था, लेकिन महिला की मौत के तीन बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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साथ ही जोशी ने कहा कि यदि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रदेशभर में महिला को इंसाफ दिलाने के लिए उग्र आंदोलन करेंगे. जिसकी जिम्मेदारी सरकार होगी. इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने महिला की मौत पर दो मिनट का शोक भी व्यक्त किया.
बात दें कि कोसी कटारमल निवासी आशा देवी जो कि 5 माह की गर्भवती थी. देवी को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. परिजन देवी को अल्मोड़ा के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे थे, जहां निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कोविड-19 की जांच कराने की बात कहकर जिला अस्पताल भेज दिया था, लेकिन जिला अस्पताल ने भी महिला को कोरोना जांच कराने के लिए बेस अस्पताल भेज दिया. इसके बाद परिजन महिला को लेकर बेस अस्पताल पहुंचे, जहां उसकी कोविड-19 की जांच की गई. लेकिन कोरोना की रिपोर्ट के इंतजार में कई घंटे बीत गए. हालांकि, महिला की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद परिजन उसे लेकर फिर जिला अस्पताल पहुंचे. लेकिन तब तक इलाज के अभाव में गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया था.