उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

एकता बिष्ट: छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बनाई अपनी अलग पहचान - उत्तराखंड न्यूज

2017 में एकता बिष्ट ने महिला वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 18 रन देकर पांच विकेट लिए थे. 2017 में उत्तराखंड सरकार ने एकता को खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया था.

एकता बिष्ट

By

Published : Sep 2, 2019, 5:02 PM IST

Updated : Sep 2, 2019, 7:05 PM IST

अल्मोड़ा: देवभूमि उत्तराखंड से खेल की दुनिया में कदम रखकर देश का नाम रोशन करने वाले होनहारों की फेहरिस्त बहुत लंबी है. इन्हीं में से एक है अल्मोड़ा की एकता बिष्ट. जिन्होंने उत्तराखंड के छोटे से गांव से निकलकर क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय फलक पर भारत का नाम रोशन किया. एकता बिष्ट का अगला लक्ष्य 2022 में भारत को वर्ल्ड कप जीतना है.

अल्मोड़ा के हुक्काक्लब निवासी एकता बिष्ट को बचपन से ही क्रिकेट से प्रेम था. इसी का नतीजा है कि आज वह कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम में अपनी जगह बना पाई. एकता के भाई विनीत बिष्ट बताते हैं कि एकता का बचपन से ही क्रिकेट की ओर रूझान था. जिस उम्र में लड़कियां गुड्डे-गुड़ियों से खेलना पसंद करते हैं उस उम्र में एकता कॉलोनियों के लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थी.

एकता बिष्ट ने बनाई अपनी अलग पहचान

विनीत ने बताया कि क्रिकेट प्रति एकता का जुनून देखकर कुछ लोगों ने उसे स्टेडियम में जाकर खेलने की सलाद दी थी. जिसके बाद वह साल 2000 के आसपास स्टेडियम में खेलने गई, जहां उनके क्रिकेट के कोच रहे लियाकत अली खान की मदद से उनके परफार्मेस में काफी सुधार हुआ.

पढ़ें- पीडब्ल्यूडी के AE और ठेकेदार आमने-सामने, एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप

विनीत ने बताया कि उन दिनों वह सुबह 5 बजे स्टेडियम चली जाती थी और देर शाम 7 बजे तक क्रिकेट खेलकर घर वापस लौटती थी. वह उस समय काफी तेज बॉलरों में शुमार थी. कोच लियाकत अली खान ने एकता को स्पीनर बॉलर बनाया. उसी मेहनत का नतीजा था कि साल 2011 में वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल हो गई. एकता के भाई विनीत बिष्ट कहते हैं कि एकता का अब अगला लक्ष्य 2022 में भारत को वर्ल्ड कप दिलाना है. जिसके लिए वह मेहनत में जुटी हुई हैं.

वहीं एकता के पड़ोसी अजय वर्मा बताते हैं कि उन्होंने एकता के बचपन को काफी करीब से देखा है. वह उनके मुहल्ले में ही रहती थी. बचपन से ही उसे क्रिकेट खेलने का शौक था. वह पहले बचपन में मुहल्ले के लड़कों के साथ कपड़े के गेंद से खेला करती थी. जिसके बाद उन्होंने प्लास्टिक की गेंद से खेलना शुरू किया. वह बताते हैं कि एकता अपने पिताजी के साथ अकसर उनके घर में आती थी. क्योंकि वह लड़कों के साथ ही खेलती थी तो वह उसे भी लड़का ही समझते थे, वो कहते है कि उन्हें गर्व है कि अल्मोड़ा के बेटी ने आज अपनी मेहनत से यह मुकाम पाया.

पढ़ें- पहाड़ी में पड़ी दरार लोगों के लिए बन सकती है आफत, प्रशासन ने की जियोलॉजिकल सर्वे की मांग

एकता की अब तक की उपलब्धि
एकता अब तक 57 वन डे मैच में 88 विकेट ले चुकी है. इसके अलावा एक टेस्ट मैच में तीन विकेट और 40 टी-20 मैच में 50 विकेट वो अपने नाम कर चुकी है. एकत ने पहले टी-20 मैच 2011 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था और पहला टेस्ट मैच उन्होंने इंग्लैंड खिलाफ खेल था.

एकता के कोच लियाकत अली ने बताया कि 2017 में उन्होंने महिला वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 18 रन देकर पांच विकेट लिए थे. 2017 में उत्तराखंड सरकार ने एकता को खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया था.

Last Updated : Sep 2, 2019, 7:05 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details