अब चीन-नेपाल बॉर्डर पर भी बजेगी मोबाइल की घंटी अल्मोड़ाः चीन और नेपाल बॉर्डर के गांवों में जल्द ही मोबाइल फोन घनघनाएंगे. इसके लिए भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल करीब 28 स्थानों पर मोबाइल टावर लगाने जा रहा है. बीते दिनों जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुमाऊं दौरे पर आए थे, तब बीएसएनएल ने कनेक्टिविटी देने के लिए वहां पर 3 अस्थाई मोबाइल टावर लगाए थे, जिन्हें अब स्थाई कर दिया गया है. इनके अलावा 25 टावर और लगाए जाएंगे. जिसका लाभ सीमांत क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों समेत बीओपी यानी बॉर्डर आउट पोस्ट पर तैनात सैनिकों को मिलेगा.
बता दें कि आजादी के सात दशकों के बाद भी भारत के चीन और नेपाल सीमा संचार सुविधा से वंचित हैं, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद यहां भारत संचार निगम लिमिटेड 4जी मोबाइल सेवा शुरू करने जा रहा है. चीन की सीमा से लगे ज्योलिकांग से कुछ दूरी पर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) भारत की विल्सा बीओपी को मोबाइल सेवा से जोड़ेगा.
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अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों में लगाए जाएंगे 25 टावरःइसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों के लिए 25 मोबाइल टावर अलग-अलग जगह स्थापित किए जाएंगे. इनसे क्षेत्र के कुटी, नाभीढांग, बूंदी, छियालेख, मिलम, बुगडियार, मिलम, बुंग गांव में संचार सुविधा मिल सकेगी. जिसकी तैयारी में बीएसएनएल जुट गया है. इस संचार सुविधा का लाभ सीमा पर तैनात आईटीबीपी, सेना, एसएसबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों समेत वहां जाने वाले पर्यटकों को भी मिल सकेगा.
अल्मोड़ा बीएसएनएल डीजीएम एनके सागर वहीं, नेपाल सीमा से सटी एसएसबी की बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) भी संचार सुविधा से जुड़ेंगी. अल्मोड़ा बीएसएनएल डीजीएम एनके सागर ने बताया कि बॉर्डर आउट पोस्ट पिथौरागढ़ में 25 टावर और लगाए जा रहे हैं. इससे पहले ज्योलिकांग और गुंजी में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान 3 टावर लगाए गए थे. इन्हें मिलाकर डिफेंस स्टाफ के लिए कुल 28 टावर लगाए जा रहे हैं.
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पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा में लगाए जाएंगे 182 टावरःइनसे बॉर्डर आउट पोस्ट में तैनात सैनिकों को मोबाइल की अच्छी स्पीड कनेक्टिविटी के साथ डाटा कनेक्टिविटी मिलेगी. इसके अलावा अल्मोड़ा डिवीजन के चार जिलों में 182 टावर लगाए जा रहे हैं. जिनमें 74 पिथौरागढ़, 28 चंपावत, 51 बागेश्वर और 29 अल्मोड़ा में लगाए जाएंगे. माना जा रहा है कि अगर टावर लगने के बाद इंटरनेट की सुविधा मिलेगी तो यहां के लोग भी दुनिया से जुड़ सकेंगे.