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भू-कानून और पलायन को लेकर UKD की 10 दिवसीय स्वाभिमान यात्रा - Uttarakhand Land Law

प्रदेश में सख्त भू-कानून लाने, प्राकृतिक संसाधनों को बचाने, महंगाई, पलायन, बेरोजगारी को लेकर यूकेडी ने 10 दिवसीय स्वाभिमान यात्रा शुरू की है.

UKD Swabhiman Yatra
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Published : Aug 22, 2021, 4:00 PM IST

रानीखेत:उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने सख्त भू कानून लाने, प्राकृतिक संसाधनों को बचाने, महंगाई, पलायन और बेरोजगारी को लेकर 10 दिवसीय स्वाभिमान यात्रा शुरू की है. इससे पहले पार्टी कार्यालय से सैकड़ों महिलाओं एवं युवाओं ने त्रिमूर्ति चौक पर मदन मोहन उपाध्याय, हरिदत्त काण्डपाल और बिपिन त्रिपाठी की मूर्तियों पर माल्यार्पण व श्रद्धासुमन अर्पित किए. उसके बाद यात्रा का शुभारंभ किया गया.

इस अवसर पर आयोजित सभा में पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल सख्त भू-कानून लाने, प्राकृतिक संसाधनों को बचाने, महंगाई, पलायन, बेरोजगारी, युवाओं के लिए बेहतर समाज निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि 21 वर्षों से बारी-बारी से दोनों राष्ट्रीय पार्टियों की कारगुजारियों से आमजन हताश है.

पुष्पेश त्रिपाठी ने कहा कि राज्य बनने के बाद उत्तराखंड की स्थिति भयावह हो गई है. कांग्रेस और भाजपा ने सत्ता में रह कर राज्य को डुबाने का काम किया है. पहाड़ आज भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जी रहा है. 20 वर्षों बाद भी स्थाई राजधानी नहीं बन पाई है. मजबूत भू-कानून नहीं होने से राज्य की जमीन कौड़ियों के भाव बाहरी लोगों को बेची जा रही है.

उन्होंने कहा कि युवा बेरोजगार है. कृषि शिक्षा स्वास्थ्य पर्यटन में नीतियों के अभाव के चलते पहाड़ से लगातार पलायन जारी है. वहीं, आवारा जानवरों ने पहाड़ की खेती को बर्बाद कर दिया है. सरकारें मौन हैं. त्रिपाठी ने कहा कि जब तक क्षेत्रीय दलों को मजबूत नहीं करेंगे तब तक पहाड़ का भला होने वाला नहीं है.

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कोरोना काल में घर लौटे लाखों नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. नीतियों के अभाव में नौजवान आत्महत्या को मजबूर है. इससब के लिए उत्तराखंड क्रांति दल स्वाभिमान यात्रा निकाल रही है. सभा के बाद कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्य बाजार से रानीखेत रोड से होते हुए जुलूस निकाला. पहले दिन की यात्रा बूंगा, छतीनाखाल, छत्तगुल्ला, बसेरा, असगोली, सलना होते हुए गौचर में सम्पन्न होगी.

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