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दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटालाः SIT ने 203 शिक्षण संस्थानों में छात्रों के सत्यापन की जांच शुरू की

दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में शैक्षणिक संस्थान के 203 छात्रों के सत्यापन की एसआईटी ने जांच शुरू की है. समाज कल्याण ने 45 कॉलेजों की OBC के दस्तावेज SIT को सौंप दिए हैं. इसके बाद SIT जांच में तेजी आई है.

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Published : Sep 16, 2021, 8:05 PM IST

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रुद्रपुर

रुद्रपुरःदशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले के दूसरे चरण की जांच में SIT जिले के 203 शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के सत्यापन में जुटी हुई है. इसमें से 169 शिक्षण संस्थान के दस्तावेज SIT को समाज कल्याण द्वारा दे गए थे, जिसमें 39 कॉलेजों की जांच पूरी कर ली गई है. जबकि 59 कॉलेजों में OBC से संबंधित दस्तावेज नहीं दिए गए थे. बार-बार रिमाइंडर और पत्राचार करने के बाद कुछ दिन पूर्व समाज कल्याण ने पहले 10 और बाद में 35 कॉलेजों की OBC के दस्तावेज SIT को सौंपे हैं, जिसके बाद SIT जांच में तेजी आई है.

दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले के पहले चरण में SIT 303 शिक्षण संस्थान और उनमें अध्ययनरत 3034 लाभार्थियों की जांच कर चुकी है. साक्ष्य के आधार पर जिले में 60 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. साथ ही तीन दर्जन से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

दूसरे चरण में SIT जिले के 203 शिक्षण संस्थान की जांच कर रहा है, जिसमें लगभग सवा लाख छात्रों का SIT भौतिक सत्यापन कर रही है. इसके लिए SIT ने जिला समाज कल्याण विभाग से शिक्षण संस्थानों के साथ ही SC, ST और OBC के लाभार्थियों के दस्तावेज मांगे थे. इस पर जिला समाज कल्याण विभाग अब तक SIT को 169 शिक्षण संस्थान और उनमें अध्ययनरत छात्रों की सूची दे चुका है.

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SIT 39 कालेजों की जांच पूरी कर चुका है. जबकि, 59 कॉलेजों की सूची में SIT को OBC के दस्तावेज नहीं मिले थे. SIT ने बचे हुए कॉलेजों के OBC का डेटा समाज कल्याण विभाग से मांगा था. अब समाज कल्याण विभाग द्वारा डेढ़ सप्ताह पहले ही 10 कॉलेजों व एक दिन पहले 35 कॉलेजों के OBC के दस्तावेज SIT को सौंपे हैं. 39 कॉलेजों की जांच पूरी करने पर SIT को कोई भी गड़बड़ी नहीं मिली है. बचे हुए 34 और कॉलेजों के दस्तावेजों के लिए SIT ने समाज कल्याण विभाग को रिमाइंडर भेजा है.

ये है मामलाःदशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाला लगभग 20,63,000 का है. 26 सितंबर 2019 को इस मामले में भीमताल थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया था. वहीं 28 छात्रों के नाम पर स्कॉलरशिप निकाल ली गई थी. एसएसपी नैनीताल के निर्देश पर पुलिस टीम ने जांच में 150 सरकारी और प्राइवेट स्कूलों और उच्च शिक्षा के करीब 18 हजार छात्रों के प्रमाण पत्रों का वैरिफिकेशन किया गया. इसके साथ ही बाहरी प्रदेशों के अन्य 62 शिक्षण संस्थाओं को भी जांच के दायरे में लिया गया है.

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