रुद्रपुर:उधम सिंह नगर जिले में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. रुद्रपुर में अवैध खनन को लेकर जनपद में लगातार एक दूसरे के ऊपर फायरिंग की घटना आम हो गई है. ताजा मामला अवैध खनन के लिए बदनाम क्षेत्र शांतिपुरी का है. शनिवार सुबह खनन को लेकर एक बदमाश ने भाजपा मंडल महामंत्री संदीप कार्की की गोली मारकर हत्या कर दी. आरोपी मृतक का बचपन का दोस्त ललित मेहता बताया जा रहा है. हत्या का कारण खनन का डंपर भरने को लेकर उपजा विवाद सामने आया है. घटना के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों के सुपुर्द किया. देर शाम पुलिस सुरक्षा के बीच शव का दाह संस्कार कर दिया गया.
इस घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है. इसके अलावा खुफिया विभाग को अलर्ट पर रखा गया है. पुलिस ने आरोपी ललित के पांच डंपर, ट्रैक्टर ट्राली सहित एक बाइक, स्कूटी और कार को सीज कर दिया है. फिलहाल, पुलिस आरोपी के परिजनों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने कई टीमों का गठन कर आरोपी की धरपकड़ शुरू कर दी है.
खनन के विवाद को लेकर भाजपा मंडल महामंत्री संदीप कार्की की हत्या. जनपद में खनन को लेकर आए दिन फायरिंग की घटनाएं आम हो चुकी हैं. ये ताजा मामला किच्छा तहसील के शांतिपुरी नंबर तीन का है. भाजपा मंडल महामंत्री संदीप कार्की की गोली मारकर हत्या की खबर के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है. घटना की सूचना पर तमाम थानों की फोर्स सहित एसएसपी मंजू नाथ टीसी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जानकारियां ली हैं.
डंपर की भराई को लेकर विवाद:पुलिस पूछताछ में पता चला कि, डंपर की जेसीबी से भराई को लेकर विवाद शुरू हुआ था. घटना के दौरान आरोपी ने पहले दो लोगों के ऊपर तमंचा सटाया, लेकिन मृतक संदीप कार्की ने बीच बचाव किया. तीसरी बार आरोपी ने पहले हवाई फायर कर संदीप कार्की के सीने में तमंचा सटाकर गोली मार दी, जिसके बाद घटनास्थल पर हड़कंप मच गया. आनन-फानन में संदीप को किच्छा अस्पताल से हायर सेंटर ले जाया गया, जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
एसएसपी मंजूनाथ टीसी के अनुसार, आरोपी ललित मेहता के साथ संदीप कार्की का विवाद हुआ था. डंपर खड़ा करने को लेकर हुए विवाद में ललित मेहता ने संदीप कार्की को गोली मार दी. एसएसपी का कहना है कि वो तत्काल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की पड़ताल की. ललित मेहता ने जब संदीप कार्की को गोली मारी तब उसके परिवार के लोग भी उसके साथ मौजूद थे. पुलिस का कहना है कि वो जल्द इस मामले में एक्शन लेंगे और आरोपी ललित मेहता को जल्द से जल्द गिरफ्तार करेंगे. पुलिस टीमें ललित मेहता और उसके परिजनों को तलाश रही हैं.
ये भी पढ़ें:काशीपुर में मैरिज हॉल के बाहर कार पर फायरिंग, आरोपी तमंचे के साथ गिरफ्तार क्या है पूरा मामला:भाजपा मंडल महामंत्री संदीप कार्की के नाम पर खनन का पट्टा है, जिसमें जाने के लिए संदीप के खेतों से रास्ता है. बताया जा रहा है कि शनिवार (14 मई) सुबह संदीप अपनी पत्नी को लेकर रुद्रपुर से शांतिपुरी पहुंचे थे. यहां उनके पड़ोसी ललित मेहता ने खनन पट्टे पर जाने वाले मार्ग को डंपर से रोक दिया था. संदीप रास्ता खोलने लगा और इसी बीच आरोपी ललित मेहता अपने भाई और पिता के साथ वहां पहुंच गया. इस दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया और आरोपी ने संदीप पर गोली चला दी.
35 वर्षीय संदीप सिंह कार्की पुत्र जगत सिंह कार्की पंतनगर-शांतिपुरी के भाजपा मंडल महामंत्री थे. संदीप ने एक मकान रुद्रपुर के प्रीत विहार में भी बनाया है. संदीप कार्की के परिवार में उनकी पत्नी प्रीति, बेटा दक्ष, बेटी अनुष्का हैं. संदीप पांच भाइयों में सबसे छोटा था. दो बहनें हैं जिनकी शादी हो चुकी है.
कौन है आरोपी ललित मेहता:अवैध खनन को लेकर भाजपा नेता संदीप कार्की की हत्या का आरोपी ललित मेहता फौज से कुछ साल फौज में नौकरी करने के बाद रिजाइन कर घर लौट आया था, जिसके बाद उसने खनन में हाथ आजमाया. खनन के खेल में घुसने के बाद उसने क्षेत्र में कई कारनामे किए हैं. आरोपी का कुछ साल पहले खनन पट्टे में घुसकर तमंचे के बल पर लोगों को धमकाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. उसके बाद ललित मेहता पर मटन बनाने को लेकर ढाबा मालिक को अधमरा करने का आरोप भी लगे थे.
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संदीप कार्की के बचपन का दोस्त था आरोपी:हैरानी की बात ये है कि भाजपा नेता की गोली मारने वाला ललित उसके बचपन का दोस्त था. दोनों ने शांतिपुरी इंटर कॉलेज से इंटर की पढ़ाई की थी, जिसके बाद आरोपी फौज में भर्ती हो गया था. कुछ साल पहले उसने नगला बाईपास में ढाबे मालिक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था. मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिसपर मृतक संदीप ने ही उसकी जमानत कराई थी.
अवैध खनन में होती कार्रवाई तो नहीं होती हत्या:शांतिपुरी क्षेत्र में खनन पट्टे की आड़ में बदस्तूर खनन का काम धड़ले से हो रहा है, लेकिन प्रशासन की हीलाहवाली के चलते अबतक अवैध खनन के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है. माफिया अपने खेतों से रास्ता बनाकर नदी से अवैध खनन कर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं. हालांकि, प्रशासन की टीम खाना पूर्ति के लिए मौके पर पहुंच कर डंपर और जेसीबी को कब्जे में लेकर इतिश्री करते आए हैं. अब तक प्रशासन की टीम ने किसी भी अवैध खनन माफिया के खिलाफ कोई भी बड़ी कार्रवाई नहीं की है.
खनन को लेकर हत्याएं:उत्तराखंड बनने के पहले से ही क्षेत्र में खनन को लेकर लगातार हत्याएं होती रहती हैं. खनन में वर्चस्व को लेकर कई घरों ने अपने दीपक को खोया है. खनन को लेकर शांतिपुरी में पहली हत्या 1999 में हुई थी, जिसमें हरीश रावत नामक व्यक्ति की हत्या की गई थी. वर्ष 2001 में शांतिपुरी नंबर दो में दो युवाओं मुन्ना और नीतू की हत्या कर दी गई थी. वर्ष 2003 में खनन के वर्चस्व को लेकर योगेंद्र चौहान की गोली मार कर हत्या कर दी थी. कुछ वर्ष बाद 2009 में खनन को लेकर फिर गोलियां चलीं और रोहित तिवारी की हत्या कर दी गई. जिसके बाद 2014 में दबंग व पूर्व छात्र नेता प्रताप बिष्ट की हत्या कर दी थी. अब अवैध खनन को लेकर भाजपा नेता संदीप कार्की की हत्या कर दी गई है.