रुड़की:जिले के गंगनहर कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने बुधवार को ग्राम प्रधान कमरे आलम हत्याकांड का खुलासा किया है. पुलिस ने तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि सुपारी किलर को 10 लाख रुपए में प्रधान की हत्या की सुपारी मुजफ्फरनगर के किलर को आबिद ने दी थी. अभी साजिश रचने का आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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जानिए पूरा मामला
बता दें कि रुड़की के रामनगर कोर्ट के बाहर 20 दिसंबर की शाम बाइक सवार शूटरों द्वारा नगला कुबड़ा गांव के ग्राम प्रधान कमरे आलम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कमरे आलम की कमेलपुर गांव निवासी आबिद और उसके परिवार से पुरानी रंजिश थी. आबिद और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा 2010 में कमरे आलम के भाई मुजम्मिल की हत्या की गई थी.
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कमरे आलम की हत्या के बाद पुलिस की मुख्य जांच पुरानी रंजिश से ही शुरू हुई थी. जांच में उसके बड़े भाई आशिक की मिलीभगत सामने आई थी. आबिद ने मुजफ्फरनगर निवासी नसीम को हत्या के लिए दस लाख रुपये की सुपारी दी थी. वहीं आबिद की नसीम से मुलाकात जेल में हुई थी. जब वो मुज्जमिल हत्याकांड में जेल में बंद था और सलमान को प्रधान की हत्या करने के लिए भेजा था.
आबिद द्वारा दोनों की ग्राम प्रधान से पहचान करवाई गई और लंबी रेकी के बाद 20 तारीख को नसीम और सलमान ने हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. हत्या में सलमान और नसीम द्वारा दिलशाद को भी शामिल किया गया था. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए शूटरों की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग किए गए हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं.