रुड़की: गर्मी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. लोगों के स्वास्थ पर भी तापमान का असर दिखने लगा है. इन दिनों रुड़की के सिविल अस्पताल और अन्य प्राइवेट अस्पतालों में बुखार, डायरिया और चर्म रोगों के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है. अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. वहीं अस्पताल प्रशासन ने बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सेफ वार्ड की व्यवस्था भी की है.
जानकारी देते डा. ए रहमान और डा. शुष्मा डे. आपको बता दें कि पिछलें 4 दिनों से तापमान 40 के पार जा रहा है. गर्मी के कारण बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. गर्म हवा के थपेड़ों से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. बढ़ती गर्मी से बुखार, लू, मांसपेशियों में दर्द, कम रक्तचाप और सिर दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.
नगर के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर ए रहमान ने बताया कि गर्मी के मौसम में सेहत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. धूप और लू के संपर्क में रहने से शरीर में पानी की कमी होने लगती है और खान-पान में अनियमितता से लोग उल्टी और लूज मोशन के साथ ही अन्य बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में लोगों को धूप से बचना चाहिए और शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए समय-समय पर पानी पीते रहना चाहिए. साथ ही बताया कि अधिक मसाले और तेल वाला भोजन नहीं करना चाहिए.
डॉ. शुष्मा डे ने गर्मी से बचने के सुझाव देते हुए बताया कि इन दिनों आमजन को विशेष देखभाल की जरूरत है. घर से बाहर निकलते वक्त पूरे शरीर को बेहतर ढंग से ढक कर निकलें ताकि धूप से बचा जा सके. साथ ही धूप में रहने के बाद सीधे एसी की हवा में जाएं और ना ही ठंडे पानी का इस्तेमाल करें. शरीर के तापक्रम को नियंत्रित रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी और अन्य पेय पदार्थों का सेवन करें. साथ ही बताया कि उल्टियां होने पर शरीर में पानी की कमी होती है. ऐसे में पानी की कमी को पूरा करने का प्रयास करें. ज्यादा से ज्यादा लिक्विड का इस्तेमाल करें और स्वास्थ खराब होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.