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NRC और CAA के समर्थन में उतरे हिंदू संगठन और छात्र, बताया सराहनीय कदम - NRC and CAA support in Rishikesh

NRC और CAA के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी और हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला. इस कानून पर खुशी जताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को बधाई दी.

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रुड़की और ऋषिकेश में NRC और CAA का समर्थन

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Published : Dec 23, 2019, 8:25 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 10:16 PM IST

रुड़की/ऋषिकेश: देश के अधिकतर हिस्सों में जहां NRC और CAA का विरोध चल रहा है. वहीं ऋषिकेश में भारतीय जनता पार्टी और हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एनआरसी और सीएए के समर्थन में नेहरू स्टेडियम से टॉकीज चौक तक जुलूस निकाला. साथ ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी भेजा. वहीं, ऋषिकेश में भी छात्र-छात्राओं ने इस एक्ट का समर्थन करते हुए पीजी कॉलेज में एक रैली निकाली. साथ ही NRC और CAA को देश हित में बताया.

NRC और CAA के समर्थन में उतरे हिंदू संगठन और छात्र

बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि देश हित में यह कानून सही है. इसमें भेदभाव की कोई बात नहीं है. कुछ लोग देश के जनता को बरगला कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. उन्होंने कहा लोगों को पहले कानून के बारे में जानकारी लेनी चाहिए. इस कानून से भारतीय मुसलमानों को कोई हानि नहीं होगी. यह कानून अन्य देशों में पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करने वाला कानून है. लेकिन कुछ लोग भोली-भाली जनता को बरगला कर देश की अमन शांति को भंग करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं. वहीं उन्होंने एनआईसी और नागरिकता संशोधन कानून पर खुशी जताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को बधाई दी. कहा कि केंद्र की मोदी सरकार जनता से किए वादों को एक-एक करके पूरा कर रही है.

वहीं रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने बताया कि एनआरसी और सीएए कानून के समर्थन में लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली. जल्द ही ज्ञापन को महामहिम राष्ट्रपति तक पहुंचा दिया जाएगा.

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वहीं, ऋषिकेश पीजी कॉलेज की छात्र नेता काजल थापा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा CAA लागू करने से भारत में रहने वाले लोगों पर इसका कोई भी असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जामिया जैसी यूनिवर्सिटी इस एक्ट का विरोध कर रही है. लेकिन, ऋषिकेश पीजी कॉलेज इस एक्ट का समर्थन करते हुए उनको एक मैसेज देना चाहती है. काजल ने कहा कि वह अन्य यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं से अपील करना चाहती हैं कि पहले इस एक्ट को समझ ले फिर कोई फैसला ले.

Last Updated : Dec 23, 2019, 10:16 PM IST

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