ऋषिकेश: रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रेन्स होम सोसायटी में हुए वासु हत्याकांड मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जिलाधिकारी द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है, जिसमें धर्मांतरण की भी बात सामने आई है. अब जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन कार्रवाई करेगा.
मामले में उप जिलाधिकारी प्रेम लाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जांच समिति ने बच्चों के बयान के आधार पर जांच की. इस दौरान पता चला कि चिल्ड्रेन्स होम सोसायटी में बच्चों का धर्मांतरण कराया जाता है. बच्चे जब एडमिशन लेते हैं तो उनका धर्म कुछ और रहता है, जबकि इंटरमीडियट पास करते-करते बच्चे दूसरे धर्म का अनुसरण करने लगते हैं.
धर्मांतरण की बात आई सामने. स्कूल परिसर में बना कब्रिस्तान भी अवैध
जांच टीम ने पाया कि स्कूल परिसर में जो कब्रिस्तान बना हुआ है, वो भी अवैध है. स्कूल ने जिलाधिकारी से कब्रिस्तान बनाने की अनुमति नहीं ली है. इसके साथ ही कब्रिस्तान किसी भी अभिलेख में दर्ज नहीं है.
घटना के दिन गायब थे अधिकारी
वहीं, उप जिलाधिकारी प्रेम लाल ने बताया कि सोसायटी की पूरी बारीकी से जांच करने के बाद कई खामियां पाई गई हैं. इसमें वासु यादव की जिस दिन हत्या हुई थी उस दिन छात्रावास में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था. वहीं जिस दिन तीन सदस्यीय टीम मामले की जांच कर रही थी, उस दिन वहां पर मौजूद किसी भी कर्मचारी के पास नियुक्ति पत्र नहीं मिला. उन्होंने कहा कि इन सभी बिंदुओं को जांच रिपोर्ट में दर्शाया गया है. अब शासन स्तर पर कार्रवाई की जाएगी.
जांच कमेटी में तीन अधिकारी शामिल
बता दें कि बीते 10 मार्च को रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रेंस होम सोसाइटी में 12 वर्षीय छात्र वासु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. जिसके बाद देहरादून जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी, जिसमें मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैनली, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट और उप जिलाधिकारी ऋषिकेश प्रेमलाल शामिल हैं.