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नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही विकास कार्यों पर पड़ रही भारी, धीमी कार्यशैली लगा रही ब्रेक

त्र के विकास के लिए 8 करोड़ रुपए के टेंडर किए जाने है. इसमें से सभी पार्षदों को 20-20 लाख रुपए विकास कार्यों के लिए अपने क्षेत्रों में खर्च करने के लिए दिए गए है.

नगर निगम ऋषिकेश

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Published : Feb 21, 2019, 12:49 PM IST

Updated : Feb 21, 2019, 3:05 PM IST

ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश में अधिकारियों को शहर के विकास की कितनी चिंता है, इसका अंदाजा अधिकारियों की कार्यशैली से लगाया जा सकता है. नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में सभी वार्डों में विकास कार्यों को लेकर कुछ प्रस्ताव पास किए गए थे. लेकिन अब बोर्ड बैठक के एक महीने बाद टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है.

नगर निगम ऋषिकेश

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बता दें कि बीती 21 जनवरी को नगर निगम ऋषिकेश मेयर और महानगर आयुक्त ने सभी 40 पार्षदों की पहली बोर्ड बैठक बुलाई थी. इस बोर्ड बैठक में विकास कार्यों को लेकर सभी पार्षद ने अपने-अपने प्रस्ताव रखे थे, जो सब समिति से पास हो गए थे. लेकिन अधिकारियों की धीमी कार्यशैली के चलते एक माह बीत जाने के बाद अब टेंडर की प्रक्रिया की जा रही है. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है शहर का विकास किस तरह किया जा सकता है.

इस मामले पर ऋषिकेश महापौर अनीता ममगई का कहना है कि क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों के टेंडर को लेकर प्रकाशन करने के आदेश जारी कर दिए हैं. क्षेत्र के विकास के लिए 8 करोड़ रुपए के टेंडर किए जाने है. इसमें से सभी पार्षदों को 20-20 लाख रुपए विकास कार्यों के लिए अपने क्षेत्रों में खर्च करने के लिए दिए जाएंगे. नगर निगम क्षेत्र होने के नाते सभी वार्डों के सर्वे करने में समय लगा, लेकिन अब 1 सप्ताह के भीतर सभी क्षेत्रों में विकास कार्य शुरु करवा दिए जाएंगे.

Last Updated : Feb 21, 2019, 3:05 PM IST

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