ऋषिकेश:वन विभाग के अफसरों के सुनवाई न करने से परेशान ग्रामीण महिलाओं ने कच्ची शराब के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. इसी क्रम में जनपद के रूषा फार्म के पास वन विभाग की भूमि पर बन रही कच्ची शराब के ठिकाने पर ग्रामीण महिलाओं ने धावा बोल दिया. इस दौरान महिलाओं ने 150 लीटर कच्ची शराब मौके पर ही नष्ट की. वहीं, महिलाओं के शोर मचाने पर शराब तस्कर आनन-फानन में मौके से भाग निकले.
जंगल में धधकती मिली कच्ची शराब की भट्टियां. यह भी पढ़ें:रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड में मिला वृद्ध का शव, शिनाख्त में जुटी पुलिस
बता दें कि ऋषिकेश रेंज में मुख्य मार्ग से दो किमी दूर जंगल में कच्ची शराब की भट्ठियां सुलग रही थी. शनिवार को जंगल में घास और लकड़ियां लेने गईं कुछ महिलाओं ने आग जलते देखा तो शोर मचाना शुरू किया. वहीं, महिलाओं को शोर मचाता देख शराब तस्कर मौके से भाग खड़े हुए. जिसके बाद महिलाओं ने वन विभाग को सूचना दी. वहीं, वनकर्मियों के पहुंचने से पहले ही महिलाओं ने करीब 150 लीटर कच्ची शराब खुद ही नष्ट कर दी. महिलाओं ने वन विभाग के अधिकारियों पर शराब तस्करों को पनाह देने का भी आरोप लगाया है.
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रेंजर आरपीएस नेगी के अनुसार गड्ढे खोदकर प्लास्टिक के 20 लीटर ड्रम में गुड़ रखा गया था. विभाग की ओर से नियमित गश्त की जाती है. वहीं, बारिश के चलते पिछले एक हफ्ते से गश्त नहीं हो पाई. पूर्व में हुई गश्त के दौरान करीब 50 ड्रम जब्त किए जा चुके हैं. बावजूद क्षेत्र में अवैध शराब बनाने का कारोबार बदस्तूर जारी है. इस पर रोक लगाने के लिए आगामी 13 जनवरी को ग्रामसभा में विभाग की ओर से एक प्रस्ताव भी लाया जाएगा.