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AAP ने की देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग, ऋषिकेश में किया प्रदर्शन - Devasthanam Board Protest News

उत्तराखंड में इन दिनों देवस्थानम बोर्ड का मामला गर्म है. तीर्थ पुरोहित इसका विरोध कर रहे हैं. राजनीतिक दल भी बहती गंगा में हाथ धोने की कोशिश में हैं. आम आदमी पार्टी ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर ऋषिकेश में प्रदर्शन किया.

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आप का प्रदर्शन

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Published : Nov 3, 2021, 3:17 PM IST

ऋषिकेश:आम आदमी पार्टी ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की गई.
छोटी दीपावली पर्व के बावजूद आप के कार्यकर्ताओं ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को नेपाली फार्म तिराहे पर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर प्रदेश सरकार पर हल्ला बोला. प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए पार्टी के विधानसभा प्रभारी डॉ. राजे सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा तीर्थ की मयार्दाओं को तार-तार कर रही है. इसे किसी सूरत-ए-हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. डॉक्टर नेगी ने देवस्थानम बोर्ड को हिंदू धर्म के खिलाफ बताया. इसे तुरंत भंग करने की मांग की.

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इस गंभीर मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का एलान करते हुए आप के विधानसभा प्रभारी नेगी ने कहा कि अगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में आते ही सबसे पहले इस काले कानून को समाप्त किया जाएगा. पार्टी तीर्थ पुरोहितों के पारंपरिक अधिकारों को बहाल करने का काम करेगी.

पंडों ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र को नहीं करने दिए थे दर्शन:देवस्थानम बोर्ड का चारों धारों में जबरदस्त विरोध हो रहा है. पंडे-पुजारी और तीर्थ पुरोहित लंबे समय से इसके विरोध में धरना-प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे हैं. सोमवार को ऐसी स्थिति आ गई कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ धाम पहुंचने के बावजूद बाबा के दर्शन नहीं करने दिए. त्रिवेंद्र सिंह रावत को केदारनाथ के दर्शन किए बगैर बैरंग लौटना पड़ा था.

देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की है मांग: पंडे-पुजारी और तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि बदरी-केदार मंदिर समिति खुद सारी व्यवस्थाओं को देखते आ रही है तो आगे भी वो व्यवस्था खुद संभाल सकते हैं. उन्हें देवस्थानम बोर्ड की कोई जरूरत नहीं है. 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम आ रहे हैं. तीर्थ पुरोहित चाहते हैं कि प्रधानमंत्री खुद केदारनाथ में देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की घोषणा करें.

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