रामनगरःनैनीताल के रामनगर के चुकुम गांव में कोसी नदी ने कहर बरपाया है. कोसी नदी का बहाव गांव के बीचों-बीच आने से गांव के दो दर्जन से ज्यादा घर और कई नाली कृषि जमीन बह गई. किसी तरह गांव वासियों ने भागकर अपनी जान बचाई. ग्रामीणों ने पूरी रात जंगल में गुजारी. अभी भी 50 से ज्यादा जिंदगियां जंगल में फंसी हुई हैं.
रामनगर चुकुम गांव में कोसी नदी का पानी आने से 2 दर्जन से ज्यादा घर बह गए और लगभग 50 से ज्यादा ग्रामीण जंगल में फंसे हैं. घटना मंगलवार दोपहर की है. कोसी नदी अभी भी गांव के बीचों-बीच से बह रही है.
कोसी में बह गए चुकुम गांव के 2 दर्जन घर रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट के प्रतिनिधि गणेश रावत ने बताया कि ग्रामीणों ने देर रात से जंगल में शरण ले रखी है. ग्रामीण मदद की गुहार लगा रहे हैं. गणेश रावत ने बताया कि उन्होंने मामले की जानकारी डीएम व प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी दे दी है. जल्द ही उन लोगों को रेस्क्यू किए जाने को लेकर प्रशासन कोई महत्वपूर्ण कदम उठाएगा.
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गणेश रावत ने बताया कि उनकी जंगल में फंसे ग्रामीण लक्ष्मण सिंह से बात हुई है, जिसमें उन्होंने पूरी जानकारी दी है. अभी भी ग्रामीण जंगल में फंसे हुए हैं. स्थानीय प्रशासन की जिला प्रशासन से बात चल रही है. जल्द ही उनको रेस्क्यू किए जाने को लेकर एयरलिफ्ट की मदद भी ली जा सकती है.
मौके पर पहुंचा etv भारतः बीते 24 घंटे से रामनगर से 25 किमी दूर मोहान क्षेत्र के पार चुकुम गांव के ग्रामीण फंसे हुए हैं. ग्रामीणों ने गांव के पास ही जंगल में शरण ले रखी है. वहीं, etv भारत फंसे हुए लोगों के परिजनों तक पहुंच चुका है. ईटीवी भारत ने नदी के दूसरे छोर में उनके परिजनों से बातचीत की. परिजनों का कहना है कि जंगल में फंसे उनके परिजनों से किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो पा रहा है.
राफ्ट के जरिए पहुंचाई जा रही खाद्य सामग्रीःपुलिस क्षेत्राधिकारी बलजीत सिंह भाकुनी ने कहा कि ग्रामीणों तक जल पुलिस द्वारा खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है.