पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट अभियान में लापता हुए भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के लाइजनिंग ऑफिसर चेतन पांडे के परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का आरोप है कि प्रशासन बिना पुख्ता जानकारी के पर्वतारोहियों को मृत घोषित कर रहा है. जबकि सभी पर्वतारोही बेहतरीन सर्वाइवर हैं और मुमकिन है कि वो जिंदा भी हो सकते हैं. साथ ही परिजनों ने प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं.
नंदा देवी ईस्ट मिशन से लापता पर्वतारोहियों के परिजनों ने प्रशासन पर उठाये सवाल, कही ये बड़ी बात
नंदा देवी ईस्ट मिशन पर गया पर्वतारोहियों का 8 सदस्यीय दल 24 मई से लापता है. इस दल में 4 ब्रिटेन, 2 अमेरिका, 1 ऑस्ट्रेलिया और 1 भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर शामिल थे.
नंदा देवी ईस्ट मिशन पर गया पर्वतारोहियों का 8 सदस्यीय दल 24 मई से लापता है. इस दल में 4 ब्रिटेन, 2 अमेरिका, 1 ऑस्ट्रेलिया और 1 भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर शामिल थे. आशंका जताई जा रही है कि नंदा देवी ईस्ट क्षेत्र में जो शव देखे गए हैं वो इन्ही पर्वतारोहियों के हो सकते हैं. मगर लापता हुए दल में शामिल आईएमएफ के लाइजनिंग ऑफिसर चेतन पांडे के भाई हिमांशु पांडे का कहना है कि प्रशासन बिना किसी सबूत के पर्वतारोहियों को मृत घोषित कर रहा है. जबकि देखे गए पर्वतारोही मृत हैं या नहीं अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
हिमांशु ने आशंका जताई है कि जो 5 पर्वतोरोही देखे गए हैं वो आस-पास है और रेस्क्यू दल को आगाह करने के लिए उन्होंने अपना सामान इधर-उधर बिखेरा हुआ है. मगर प्रशासन ने उन्हें मृत घोषित कर मरने के लिए छोड़ दिया है. साथ ही हिमांशु ने कहा कि आईएमएफ के प्रशिक्षित जवान प्रशासन के साथ हफ्ते भर से हैं मगर रेस्क्यू दल में उनके बजाए आईटीबीपी को जिम्मेदारी दी गयी है.