नैनीताल: आजादी के समय बना नैनीताल का जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय अब बदहाली का रोना हो रहा है. खंडहर में तब्दील हो चुका कार्यालय अब किसी भी वक्त धराशाई हो सकता है. अधिकारी और कर्मचारी दहशत में काम करने को मजबूर हैं. यहां काम करने वाले अधिकारियों ने राज्य सरकार पर उदासीनता और लापरवाही का आरोप लगाया है.
आजादी की याद दिलाता जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय बना 'मौत का भवन', किभी भी वक्त गिर सकती है इमारत - उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग,
जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय में काम करने वाली शांति शाह का कहना है कि यहां काम करने में उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इमारत इतनी जर्जर हो चुकी है कि किसी भी वक्त धराशाई हो सकती है.
जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय में काम करने वाली शांति शाह का कहना है कि यहां काम करने में उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य सरकार को इस बारे में कई बार अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक इस ओर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि कार्यालय का एक कमरा बिल्कुल खराब हो चुका है. बारिश में पानी टपकता है, छत से पत्थर गिरते हैं. कार्यालय का संचालन एक कमरे से किया जा रहा है.
बता दें, साल 1948 में तल्लीताल में जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय की स्थापना तत्कालीन सरकार द्वारा करी गई थी, लेकिन स्थापना के बाद सरकार ने फिर कभी भी मुड़कर नहीं देखा. कार्यालय की हालत इतनी खराब हो गई है कि बारिश में छतों से पानी टपने लगा है.