हरिद्वार: धर्मनगरी में इन दिनों चार धामयात्रा और गर्मी की छुट्टियां मनाने आए सैलानियों से गुलजार है. लेकिन पर्यटन और यात्रा सीजन पीक पर होने के चलते भी रोडवेज और रेलवे ने गाड़ियों की संख्या नहीं बढ़ाई है. जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दोनों ही विभाग के अधिकारी एक दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं.
जानकारी देते रेलवे स्टेशन अधीक्षक एमके सिंह और बस स्टैंड अधीक्षक सुरेश सिंह चौहान. गौर हो कि करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं और यात्रियों के हरिद्वार पहुंचने के कारण उन्हें कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. जिससे एक बार फिर शासन-प्रशासन के दावों की पोल खुल गई है. यात्रा सीजन पीक पर होने के चलते भी रोडवेज विभाग और रेलवे ने गाड़ियों की संख्या नहीं बढ़ाई है. जिससे यात्रियों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. लेकिन इससे इतर हरिद्वार रेलवे यात्रियों को सुविधा नहीं दे पाने को अपनी गलती नहीं मानता बल्कि इसके लिए रोडवेज को जिम्मेदार ठहरा रहा है.
वहीं हरिद्वार रोडवेज का कहना है कि वह हरिद्वार में लग रहे भारी जाम की वजह से लोगों को सुविधा देने में असमर्थ है. ईटीवी भारत संवाददाता ने ग्राउंड रियलिटी टेस्ट किया तो जिसमें सामने आया था कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बढ़ने की वजह से लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिल रहा है. जब इस बारे में रेलवे स्टेशन अधीक्षक एमके सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि यात्रियों का दबाव हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर ज्यादा होने के कारण वह लोगों को सुविधा मुहैया नहीं करा पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसके पीछे प्रमुख कारण हरिद्वार रोडवेज का यात्रियों के लिए किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध ना कराना है. जिसके रेलवे स्टेशन पर ऐसी स्थिति बन रही है. वहीं हरिद्वार बस स्टेशन अधीक्षक सुरेश सिंह चौहान ने कैमरे के सामने बात करने से मना कर दिया.
ऑफ कैमरा बात करते हुए उन्होंने बताया कि इन दिनों हरिद्वार में लग रहे जाम की वजह से रोडवेज की ज्यादातर बसें कई घंटों के लिए जाम में फंसी रहती हैं. जिससे चाहते हुए भी रोडवेज यात्रियों को सुविधा मुहैया नहीं करवा पा रहा है. अगर वह यात्रियों की भीड़ को देखते हुए ज्यादा बसें चलाने का फैसला भी लें तो जाम की वजह से लोगों की दिक्कतें कम नहीं होंगी. ऐसे में सवाल उठता है कि लोगों को इस समस्या से कैसे निजात मिलेगी.