हरिद्वार: देशभर में सोमवती अमावस्या का पर्व बड़े ही आस्था भाव से मनाया जा रहा है. धर्मनगरी हरिद्वार में भी सोमवती अमावस्या स्नान के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. सनातन धर्म में सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. सोमवती अमावस्या हिंदू धर्म में विशेष आध्यात्मिक महत्व रखती है. इस दिन को स्नान और दान के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है.
बता दें कि सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य और चंद्रमा एक ही राशि में स्थित रहते हैं. इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देने वाला होता है. पंडित संदीप आत्रेय शास्त्री बताते हैं की अगर मनुष्य को कई जन्मों के तप के बराबर पुण्य प्राप्त करना है तो उसके लिए सोमवती अमावस्या उचित दिन है. इस दिन गंगा के अलावा किसी भी अन्य पवित्र नदी के जल में स्नान करना बड़ा ही फलदाई होता है.
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पंडित संदीप आत्रेय शास्त्री ने बताया कि सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पहले विशेष बात का ध्यान रखना चाहिए. स्नान से पहले अपने दाएं हाथ में जल लेकर अपना और अपने गोत्र का नाम लें और फिर पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाएं. इससे विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.
वहीं, पंडित शक्तिधर शास्त्री बताते हैं कि ऐसी मान्यता है कि इस पर्व पर किए गए तीर्थ स्नान और दान से कई हजार गुना पुण्य की प्राप्ति होती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन पवित्र गंगाजल में स्नान करने से चंद्रमा का सोमांश (अमृत) जल के माध्यम से मनुष्य को प्राप्त होता है.साथ ही कहा कि आज के दिन दान पुण्य यज्ञ करने से कई हजार अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर का फल प्राप्त होता है.