हल्द्वानी: कुमाऊं का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल सोबन सिंह जीना अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. ये अस्पताल इलाज के नाम पर मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है. बेस अस्पताल में आलम ये है कि पिछले कई महीनों से यहां डॉक्टरों के कई पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. 15 सौ से अधिक ओपीडी रोजाना वाला ये अस्पताल मरीजों को राहत देने में नाकामयाब साबित हो रहा है. जिसके चलते मरीजों को मजबूर होकर प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ रहा है.
कुमाऊं का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल सोबन सिंह जीना अस्पताल को स्वास्थ्य के लिहाज से कुमांऊ की लाइफ लाइन कहा जाता है. पहाड़ और मैदान से रोजाना यहां हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. हल्द्वानी में वर्तमान में डॉक्टरों के 28 पद सृजित हैं, लेकिन पिछले कई महीनों से यहां कई पद खाली पड़े हैं. वर्तमान में यहां न तो न्यूरो सर्जन मौजूद हैं और न ही फिजीशियन. यही नहीं कार्डियोलॉजिस्ट,न्यूरोलॉजिस्ट सहित कई मुख्य डॉक्टरों की तो यहां वर्षों से तैनाती भी नहीं हुई है.
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