हल्द्वानी: बीते दिनों हुई भारी बरसात और उससे आई आपदा के चलते हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र की सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई है. सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त होने के बाद गौलापार के 11 ग्राम सभाओं के गांवों की फसलों पर सिंचाई संकट खड़ा हो गया है. किसानों की फसल सूखने के कगार पर है.
प्रशासनिक ढिलाई से नाराज किसानों ने पिछले कई दिनों से सिंचाई नहर दुरुस्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपे. प्रदर्शन भी किए. इसके बाद आज ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन करते हुए सड़कों पर उतर कर एसडीएम कोर्ट में धरना दिया. एसडीएम को ज्ञापन सौंप जल्द व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग की. साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि 3 दिन के भीतर नहर ठीक कर सिंचाई व्यवस्था चालू नहीं की गई तो हाईवे जाम कर प्रदर्शन करेंगे.
ग्रामीणों का कहना है कि आपदा के दौरान सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई थी. लेकिन विभागीय अधिकारी बजट का रोना रो रहे हैं. इसके चलते नहर का पुनर्निर्माण नहीं हो पा रहा है. सिंचाई नहर ठीक करने के लिए मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों और अधिकारियों को ज्ञापन और गुहार लगा चुके हैं, लेकिन नहर ठीक नहीं हो पा रही है. इसके चलते नहर में पानी नहीं आ रहा है. 11 गांवों में सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीणों की मटर-टमाटर की उपज सहित सब्जी के खेत सूखने की कगार पर हैं. इसके अलावा गेहूं की बुआई हुई है, लेकिन पानी नहीं होने के चलते गेहूं की बुवाई गड़बड़ा रही है. ये भी पढ़ें: Kumbh Corona Testing Fraud: SIT के जाल में फंसी दो बड़ी मछलियां, शरद और मल्लिका पंत अरेस्ट
ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार और शासन को चेतावनी दी है कि 3 दिन के भीतर नहर को ठीक कर पानी को सुचारू नहीं किया गया तो पूरे ग्रामीण एनएच पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे. इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी.