हल्द्वानी: सुशीला तिवारी अस्पताल में सैंकड़ों कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. वहीं अस्पताल में हो रही अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेसी डीएम कैंप में ज्ञापन देने के लिए पहुंचे. डीएम द्वारा ज्ञापन न लेने पर भड़के कांग्रेसी कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और अपर जिलाधिकारी के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई.
एआईसीसी सदस्य सुमित हृदयेश और कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बलुटिया के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ता सुशीला तिवारी अस्पताल में हो रही अव्यवस्थाओं को लेकर डीएम कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे. डीएम के बुलावे पर ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेसियों से ज्ञापन न लेकर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने को कहा. जिसके बाद कांग्रेसी भड़क गए और कैंप कार्यालय में ही हंगामा शुरू कर दिया.
कांग्रेसियों का डीएम कार्यालय पर धरना. ये भी पढ़ें:गांव में सड़क नहीं, प्रसव के दौरान कई किमी पैदल चलने को मजबूर महिलाएं
कांग्रेसियों ने कहा कि जिलाधिकारी के बुलावे पर वे कैंप कार्यालय आए थे, लेकिन डीएम ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया. कांग्रेसियों ने कहा कि जिलाधिकारी कार्यालय के अंदर बैठे हुए हैं और जनता के समस्याओं को नहीं सुनना चाहते हैं. कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के लोगों को कार्य निवारण के लिए फौरन बुलाया जाता है, लेकिन कांग्रेसियों के साथ भेदभाव किया जाता है.
उनका आरोप है कि जिलाधिकारी आम जनता और कांग्रेसियों का फोन तक नहीं उठाते हैं. जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता कैंप कार्यालय में धरने पर बैठ गए और जिलाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं काफी देर के विवाद और हंगामे के बाद जिलाधिकारी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्यालय के अंदर बुलाकर ज्ञापन लिया.