देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल चुका है. बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश और बर्फबारी से देवभूमि का मौसम सुहावना हो गया है. पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से मैदानी जिलों में ठंड बढ़ चुकी है. वहीं लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए शासन-प्रशासन ने भी अलर्ट जारी करते हुए विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए कमर कस ली है.
मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए अलर्ट हुआ प्रशासन देवभूमि में मौसम के बदले हुए मिजाज को देखते हुए मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि शासन प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि बर्फबारी वाले इलाकों में किसी को भी किसी तरह की कोई दिक्कत न हो. मुख्य सचिव ने बताया कि मौसम विभाग से पूर्वानुमान मिलने के बाद ही उन्होंने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जरूरी दिशा निर्देश दिए. सभी जिलाधिकारियों को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. पढ़ें-IMPCL के निजीकरण पर हाईकोर्ट का सख्त रुख, केंद्र सरकार को दिए ये निर्देश
वहीं, दूसरी तरफ आपदा सचिव अमित नेगी ने बताया कि पहाड़ी जिलों में हो रही भारी बर्फबारी से कई जगह पर संपर्क मार्ग टूटने की सूचनाएं मिल रही है. जिस पर आपदा प्रबंधन तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए संपर्क मार्गों को खुलवाने में जुटा है.
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बता दें कि उत्तराखंड में मौसम ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. भारी बर्फबारी से पहाड़ से मैदान तक हाड़ कंपाने वाली ठंड बढ़ गई है. नैनीताल, धनोल्टी, औली, चमोली, मसूरी, पौड़ी और चकराता में बर्फबारी से ठंड बढ़ गई. प्रदेश के उच्च गढ़वाल हिमालई क्षेत्रों में लगातार हिमपात हो रहा है जिससे केदारनाथ और बदरीनाथ मंदिर समेत अनेक इलाकों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल, सुक्की टॉप, केदारकांठा, सांकरी सहित ऊंचाई वाली चोटियां बर्फ से ढक गई हैं