देहरादून: उत्तराखंड के राजाजी नेशनल पार्क में बाघिन के लापता होने का मामला राष्ट्रीय स्तर पर एनटीसीए तक भी पहुंचा और राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के भी संज्ञान में आया. यही नहीं, वन मंत्री हरक सिंह रावत तो लगातार इस मामले पर अधिकारियों से फीडबैक लेते रहे, लेकिन इन तमाम स्तरों पर ली गई जवाबदेही को लेकर हर बार बाघिन के राजाजी नेशनल पार्क में ही होने की बात कही गई.
यह भी कहा गया कि बाघिन को ट्रेस कर लिया गया है और बाघिन पूरी तरह सुरक्षित है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. वन विभाग ने यह मान लिया है कि बाघिन लापता ही है. वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने बाघिन को ढूंढने और उसका पता लगाने के लिए राजाजी नेशनल पार्क समेत आसपास के वन क्षेत्रों के निदेशक और अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं. कोशिश की जा रही है कि बाघिन को जल्द से जल्द ट्रेस कर लिया जाए.