देहरादून: भाजपा ने चुनाव प्रबंधन समिति की घोषणा कर आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल फूंक दिया है. भाजपा ने चुनाव प्रबंधन समिति में 35 अलग-अलग विभागों के लिए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है. वहीं चुनाव प्रबंधन समिति में नियुक्त किए गए पदाधिकारियों के नामों से उनकी हैसियत का भी आकलन किया जा रहा है.
निशंक-बलूनी को बड़ी जिम्मेदारी:भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति में राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को घोषणा पत्र प्रमुख बनाया गया है.
त्रिवेंद्र रावत से किनारा: भाजपा में 35 विभागों की चुनाव प्रबंधन समिति में मौजूद तकरीबन 100 से अधिक पदाधिकारियों में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कहीं भी शामिल नहीं किया गया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि लगातार आलाकमान और राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा त्रिवेंद्र रावत से किनारा किया जा रहा है. लिहाजा यह त्रिवेंद्र रावत की राजनीतिक पहुंच को कहीं ना कहीं कमजोर कर रहा है.
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चुनाव अभियान समिति पर टकटकी, नवरात्रों में होगी जारी: राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा ने अभी चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया है. चुनाव प्रबंधन समिति केवल आगामी विधानसभा चुनाव में मैनेजमेंट देखने का काम करेगी. लेकिन चुनाव प्रबंधन समिति से ज्यादा पावरफुल चुनाव अभियान समिति को माना जाता है.
उम्मीद लगाई जा रही है कि भाजपा के तमाम बड़े नेताओं को इस समिति में शामिल किया जाएगा और अगर चुनाव प्रबंधन समिति में किसी बड़े चेहरे को शामिल नहीं किया जाता है तो यह उसके लिए बहुत बड़ा बैकड्रॉप होगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा अपने चुनाव अभियान समिति की घोषणा आने वाले नवरात्रों में करने जा रही है. उम्मीद लगाई जा रही है कि भाजपा का आगामी मुख्यमंत्री का चेहरा इसी चुनाव अभियान समिति में से कोई एक हो सकता है.