देहरादून: गुरुवार को नगर निगम की टीम डिस्पेंसरी रोड के नाले पर अवैध अतिक्रमण को हटाने पहुंची. जिसका व्यापारियों द्वारा जमकर विरोध कर हंगामा किया गया. जिसके बाद नगर आयुक्त ने डिस्पेंसरी रोड के व्यापारियों को समय देकर स्वयं ही अतिक्रमण को तोड़ने के लिए कहा. साथ ही कहा कि अगर व्यापारी खुद ही अतिक्रमण को नहीं तोड़ते तो नगर निगम उसे हटाने का काम करेगा और तोड़ने का खर्चा भी व्यापारी से लिया जाएगा.
अतिक्रमण को लेकर सख्त हुआ नगर निगम. बता दें कि देहरादून में 1967 से डिस्पेंसरी रोड पर नाला है. तब से ही व्यापारी धीरे-धीरे नाले पर कब्जा करने में लगे हुए हैं. नगर निगम प्रशासन ने कई बार इस हटाने की कोशिश भी की, लेकिन हर बार नाकाम रहे. वहीं, इस बार नगर निगम ने साफ कर दिया है कि, कोई भी व्यापारी अगर सरकारी कार्य में बाधा डालेगा तो उसपर नगर निगम प्रशासन मुकदमा पंजीकृत कराने का काम करेगा.
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नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि डिस्पेंसरी रोड पर बरसात के दिनों में काफी पानी जमा होता था. जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. नगर निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक इस नाले पर 1992 से व्यापारियों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है. लेकिन अब 27 साल बाद इस नाले से अतिक्रमण हटाने का काम किया जा रहा है.
विनय शंकर ने कहा कि व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल को स्पष्ट कर दिया है कि हमारा मकसद किसी भी दुकान को नुकसान पहुंचाने का नहीं है. जिसके बाद सभी व्यपारियों ने खुद ही अतिक्रमण तोड़ना शुरू कर दिया है. साथ ही स्पष्ट कर दिया गया है कि जिस दुकानदार ने अतिक्रमण नहीं तोड़ा तो नगर निगम द्वारा उसका ध्वस्तीकरण किया जाएगा और यदि कोई विरोध करेगा तो उसके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मुकदमा भी पंजीकृत कराया जाएगा.