देहरादून:उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी प्राथमिकताओं को जाहिर किया है. साथ ही उन्होंने जनता की समस्याओं के समाधान को सर्वोच्च प्राथमिकता बताने के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाना और वर्क कल्चर डेवलप करना भी अपनी प्राथमिकताओं में बताया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में जो जिम्मेदारी उन्हें मिली है, उसे जन अपेक्षाओं के अनुरूप पूरा करने का उनका सतत प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि वे बोलने पर नहीं बल्कि कर्म में विश्वास करते हैं. कम बोलना और ज्यादा काम करना उनका ध्येय वाक्य है. राज्य हित में उन्होंने अब तक 50 से ज्यादा फैसले लिये हैं. राज्य के हर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हमारा एजेंडा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण जनभावनाओं का केन्द्र है. वहां पर ग्रीष्म कालीन राजधानी के अनुरूप सभी आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विकास किया जायेगा. देवस्थानम बोर्ड प्रदेश के पर्यटन, तीर्थाटन से जुड़ा विषय है, इसे लेकर सभी सम्बन्धित पक्षों से वार्ता कर निर्णय लिया जायेगा. इसमें किसी के भी हित प्रभावित न हो, इसके लिये उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.
10 लाख से अधिक लोगों को स्वरोजगार:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में 24 हजार सरकारी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरम्भ की जायेगी, जबकि 10 लाख से अधिक लोगों को स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दृष्टिगत बेरोजगार युवाओं को भर्ती में एक साल की आयुसीमा में छूट प्रदान की गई है. जबकि एनडीए, सीडीएस, लोकसेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले युवाओं को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि दी जायेगी.