प्रयागराज/देहरादूनः संगम नगरी प्रयागराज में दारागंज के मोरी गेट स्थित निरंजनी अखाड़ा के परिसर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक हुई, जिसमें नए अध्यक्ष का चुनाव कर लिया गया है. महंत परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि की अगुवाई में अखाड़ों की यह बैठक शुरू हुई. पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक, इस बैठक में अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष के रूप में निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी का चुनाव किया गया है. हरि गिरि महाराज का दावा है कि इस बैठक में बहुमत के लिए जरूरी सात अखाड़े शामिल हैं. इसके साथ ही एक अखाड़े ने पत्र भेजकर अपनी सहमति जाहिर कर दी है.
अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि का कहना है कि बैठक में जूना, निरंजनी, अग्नि, नया उदासीन, आनंद और आह्वानअखाड़े के संत मौजूद रहे जबकि निर्मोही अणि अखाड़े ने पत्र भेजकर बैठक में लिए जाने वाले फैसले का समर्थन किया. जबकि, इस चुनाव प्रक्रिया से निर्वाणी, दिगंबर, महानिर्वाणी, अटल और बड़ा उदासीन अखाड़े नदारद रहे. आपको बता दें कि इससे अलग पिछले दिनों हरिद्वार में बैठक कर अखाड़ा परिषद के दूसरे गुट ने नए पदाधिकारियों का ऐलान किया था. उस बैठक में भी निर्मल और निर्मोही अणि अखाड़े के प्रतिनिधि शामिल हुए थे, और उस बैठक में महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी को अखाड़े के नया अध्यक्ष चुना गया था.
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इस दौरान महंत हरि गिरि ने बताया कि मनसा देवी मंदिर के महंत रविंद्र पुरी को कई इंजीनियरिंग कॉलेज, डिग्री कॉलेज, मेडिकल कॉलेज चलाने का 20 साल का अनुभव है. एक अनुभवी संत को अध्यक्ष पद पर आसीन करने का प्रस्ताव रखा गया था. अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष पांच साल के लिए चुना जाता है लेकिन यह मध्यावधि चुनाव था और महंत रविंद्र पुरी का अध्यक्ष पद पर कार्यकाल वर्ष 2024 तक होगा.
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद से खाली था पद:20 सितंबर को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का पद खाली चल रहा था. इसके लिए काफी दिनों से जोड़-तोड़ चल रही थी और अखाड़ों को अपने पक्ष में करने की जोर आजमाइश की जा रही थी. अखाड़ा परिषद के संरक्षक महंत हरि गिरि की ओर से निर्मल अखाड़ा प्रयागराज में परिषद की बैठक बुलाई गई थी. बताया जा रहा है कि 7 अखाड़ों की मौजूदगी एवं निर्मोही अणि अखाड़े की लिखित सहमति से निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी महाराज को अखाड़े का नया अध्यक्ष चुना गया है.
इससे पहले 20 अक्टूबर को हरिद्वार में देर रात 7 अखाड़ों ने बैठक करके अपने अध्यक्ष और महामंत्री का चुनाव कर लिया था. हरिद्वार के कनखल स्थित श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा परिसर में महानिर्वाणी व अटल, निर्मोही अणि, निर्वाणी अणि, दिगंबर अणि, बड़ा अखाड़ा उदासीन व निर्मल अखाड़ा ने नई कार्यकारिणी गठित कर ली थी. महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी अध्यक्ष एवं निर्मोही अणि अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महामंत्री चुने गए थे.