देहरादून:उत्तराखंड के चर्चित Metoo मामले में फंसे भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई कछुए की गति से भी धीमी चल रही है, जबकि दूसरी तरफ पुलिस पीड़ित महिला के 161 बयान व कोर्ट में CRPC 164 कलमबंद के बयान दर्ज किया जा चुका है. वहीं पीड़िता द्वारा बताए गए उत्पीड़न वाले स्थानों पर जाकर सभी तरह की जांच पड़ताल कर भी हो चुकी है, बावजूद पुलिस अब तक आरोपी बीजेपी नेता पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है.
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मामले के महीनों गुजर जाने के बाद जिस तरह से आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ छेड़छाड़ व 376 बलात्कार की धारा जुड़ने के बाद पुलिस आरोपी नेता संजय कुमार से बमुश्किल प्रारंभिक पूछताछ करने के बाद भले ही मोबाइल को जांच के लिए एफएसएल लैब भेज दिया हो, लेकिन पुलिस इस मामले में साफ तौर से बैकफुट पर नजर आ रही है.
जानकारी देती एसएसपी निवेदिता कुकरेती उधर, इस मामले में देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला के पुलिस 161 व कोर्ट 164 वाले बयानों के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. साथ ही पीड़िता के साथ हुए घटनाक्रम से संबंधित स्थलों से सभी तथ्यों को जुटाने में लगी है. एसएसपी का कहना है कि दोनों पक्षों की ओर से दिए गए बयानों को क्रॉस चेक किया जा रहा है.
वहीं, आरोपी बीजेपी नेता संजय कुमार से आगे पूछताछ व कार्रवाई के सवाल पर एसएसपी का कहना है कि आरोपी नेता से पहली पूछताछ के दौरान कुछ ब्योरा मांगा गया है. उसके आने के बाद ही आगे की पूछताछ की जाएगी.
बहरहाल, सत्ता के दबाव में पुलिस किस तरह काम करती है, ये इस केस में साफ तौर पर देखा गया है. अब अंदेशा जताया जा रहा है कि आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ चल रही जांच जिस तरह से धीमी पड़ती जा रही है, उससे एक बात तो साफ है कि आने वाले दिनों में ये मामला कहीं रफादफा न हो जाए.