देहरादून: इस बार प्रदेश में होने वाली कांवड़ यात्रा प्रशासन के लिए परेशानियां लेकर आने वाली है. इसका कारण लक्ष्मण झूला पुल को बंद कर दिया जाना है. पुल की मियाद खत्म होने की खबर के बाद पुलिस कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने को लेकर चिंतित है. पुलिस और प्रशासन को चिंता सता रही है कि तीर्थनगरी में आने वाले हजारों कांवड़ियों को कैसे यात्रा करवाई जाए. लक्ष्मण झूला पुल पर आई रिपोर्ट के बाद कावड़ यात्रा को संपन्न कराने की चुनौतियां बढ़ गई हैं. पुलिस का मानना है कि पुल पर आवाजाही बंद होने के बाद कावड़ यात्रा में जोखिम ज्यादा बढ़ गया है.
जोखिम भरी होगी ऋषिकेश में कांवड़ यात्रा, लक्ष्मण झूला पुल ने बढ़ाई पुलिस की परेशानी
आने वाले कुछ दिनों में कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है. ऐसे में यात्रा को सकुशल संपन्न करवाना पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. यह चुनौती लक्ष्मण झूला पुल के असुरक्षित होने की रिपोर्ट के बाद इसलिए बढ़ गयी है क्योंकि इस दौरान तीर्थनगरी में हजारों कावड़ियों के आने की संभावना है.
आने वाले कुछ दिनों में कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है. ऐसे में यात्रा को सकुशल संपन्न करवाना पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. यह चुनौती लक्ष्मण झूला पुल के असुरक्षित होने की रिपोर्ट के बाद इसलिए बढ़ गयी है क्योंकि इस दौरान तीर्थनगरी में हजारों कावड़ियों के आने की संभावना है. इस यात्रा में लक्ष्मण झूला पुल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था, लेकिन अब इसके बंद होने के चलते परेशानियां बढ़ना लाजमी है.
डीजी अशोक कुमार की मानें तो इस बार कांवड़ यात्रा में जोखिम ज्यादा बढ़ गया है. साथ ही अब पुलिस के लिए चुनौतियां भी खड़ी हो गई हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस बैराज पुल और राम झूला पुल को कांवड़ यात्रा में कैसे इस्तेमाल करना है इस पर विचार कर रही है. कांवड़ मेले से ठीक पहले आई लक्ष्मण झूला पुल की रिपोर्ट के कारण इस बार की कांवड़ यात्रा पुलिस और प्रशासन दोनों के लिए चुनौती बन गई है.