देहरादून:भारतीय महिला हॉकी टीम आज ओलंपिक में कांस्य पदक तो नहीं जीत पाई लेकिन टीम ने करोड़ों देशवासियों के दिल जीत लिए. टीम इंग्लैंड से हार के बाद बहुत निराश थी. खिलाड़ियों की आंखों में आंसू थे. देश के प्रधान सेवक इस बात को जानते थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैच के तुरंत बाद महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों को फोन किया. पीएम ने खिलाड़ियों का ढांढस बंधाया. पीएम ने एक अभिभावक की तरह खिलाड़ियों को हार के दुख से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया.
प्रधानमंत्री मैच और खिलाड़ियों पर इतनी नजदीकी नजर रखे थे कि उन्होंने पूछ लिया कि नवनीत की आंख पर क्या चोट आई थी. इस पर खिलाड़ियों ने बताया कि उसकी आंख पर चोट आने से चार टांके लगाए गए. प्रधानमंत्री ने एक भावुक अभिभावक की तरह पूछा कि कहीं नवनीत की आंख में तो कोई परेशानी नहीं है. जब महिला खिलाड़ियों ने बताया कि सर उसकी आंख में कोई दिक्कत नहीं है. वो अब ठीक है तो तब प्रधानमंत्री मोदी ने राहत की सांस ली.
महिला हॉकी टीम को PM मोदी ने दिया हौसला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान महिला हॉकी खिलाड़ियों की सिसकियां सुनाई दे रही थीं. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्नेह से उन्हें नहीं रोने को कहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप लोग बहुत बढ़िया खेले हैं. आप लोगों ने पिछले 5-6 साल से खूब पसीना बहाया है. पसीना भले ही मेडल नहीं ला पाया लेकिन वो देश की करोड़ों बेटियों की प्रेरणा बन गया.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं टीम की सभी सदस्यों और कोच को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान भारतीय महिला हॉकी टीम की फॉरवर्ड खिलाड़ी वंदना कटारिया की तारीफ की. उन्होंने कहा कि वंदना ने बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया. पीएम मोदी ने सलीमा की भी जमकर तारीफ की.
ये भी पढ़ें: Olympic Hockey Match: वंदना की मां बोलीं- आज हारे जरूर लेकिन भविष्य हमारा है
प्रधानमंत्री जब भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्यों से बात कर रहे थे और उन्हें जोश और साहस दे रहे थे तो इस दौरान खिलाड़ी और ज्यादा भावुक हो गईं. उनकी आवाज नहीं निकल रही थी. सिर्फ उनकी सिसकने की आवाज सुनाई दे रही थी. ऐसे में कोच सोर्ड मार्जेन ने कमान संभाली. कोच ने प्रधानमंत्री से कहा कि खिलाड़ी बहुत भावुक हैं. प्रधानमंत्री ने कोच से कहा कि आपको भी इतनी मेहनत करके टीम को इस लेवल तक पहुंचाने के लिए बधाई और शुभकामनाएं.