देहरादून: वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है लेकिन अब तक सूबे के ऊर्जा विभाग के करोड़ों रुपए बिजली उपभोक्ताओं पर बकाया है. ऐसें में उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) की हालत खस्ता है. वहीं UPCL के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा का कहना है कि वित्तीय वर्ष समाप्ति से पहले बकाया वसूली के लिए विद्युत वितरण निगम ने कमर कस ली है.
दरअसल, इस साल का वित्तीय वर्ष खत्म होने की कगार पर है, लेकिन अब भी सूबे के ऊर्जा विभाग यानी उत्तराखण्ड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के करोड़ों रुपए बिजली उपभोक्ताओं पर बकाया हैं. जिसमें सरकारी विभागों के साथ ही घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ता भी शामिल हैं. बता दें कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले UPCL को अपने विभिन्न सरकारी विभागों से 200 करोड़ रुपए का बिजली बिल वसूलना है. इसके अलावा विभाग का 1700 करोड़ रुपए गैर सरकारी उपभोगताओं पर बकाया है.
करोड़ों का बकाया बिजली बिल वसूलना ऊर्जा विभाग के लिए बना सिरदर्द, UPCL ने कसी कमर - वित्तीय वर्ष
इस साल का वित्तीय वर्ष खत्म होने की कगार पर है, लेकिन अब भी सूबे के ऊर्जा विभाग यानी उत्तराखण्ड पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के करोड़ों रुपए बिजली उपभोक्ताओं पर बकाया हैं. जिसमें सरकारी विभागों के साथ ही घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ता भी शामिल हैं.
करोड़ों का बकाया बिजली बिल वसूलना ऊर्जा विभाग के लिए बना सिरदर्द
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वहीं सरकारी और गैर सरकारी उपभोक्ताओं से बकाया बिजली का बिल वसूलने को लेकर UPCL के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा का कहना है कि वित्त वर्ष की समाप्ति से पहले सारा बकाया वसूल लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सभी बकायदारों को नोटिस जारी कर दिया गया है. ऐसे में यदि किसी भी सरकारी या गैर सरकारी उपभोक्ता आगामी 31 मार्च तक अपने बिजली बिल का भुगतान नहीं करते तो उनका कनेक्शन काट दिया जाएगा.
गौरतलब है कि, UPCL की तरफ से हाल ही में सरकारी विभागों से 50 करोड़ रुपए का बकाया वसूला गया है. जिसके बाद अब भी 200 करोड़ रुपए बकाया बचा है. इसके अलावा सभी गैर सरकारी उपभोक्ताओं पर 6500 करोड़ रुपए का बकाया था, जिसमें से 4800 करोड़ रुपए वसूल लिए गए हैं. वहीं वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले अब 1700 करोड़ रुपए वसूलना है.