देहरादून: उत्तराखंड में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. ऐसे में प्रदेश के कई स्थानों में देर रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है. वहीं, बारिश की वजह से भूस्खलन और जलभराव की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग के मुताबिक, प्रदेश में पांच नेशनल हाईवे, 15 स्टेट हाईवे समेत कुल 200 से ज्यादा सड़कें बाधित हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और टिहरी में बारिश का दौर जारी है. वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. हरिद्वार में गंगा भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. ऐसे में प्रशासन ने पांच जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है, साथ ही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश को भी अलर्ट रहने को कहा गया है.
हल्द्वानी और हरिद्वार से जलभराव की खबरें सामने आई हैं. हल्द्वानी के लालकुआं में रेलवे ट्रैक पर बरसात का पानी आने के चलते कई ट्रेनों का संचालन ठप हो गया है. रेलवे प्रशासन पानी कम होने का इंतजार कर रहा है, जिसके बाद ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. साथ ही जलभराव से रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं, हरिद्वार में देर शाम से हो रही बारिश की वजह से शहर का मुख्य चौराहा भगत सिंह चौक पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. चौराहे पर कई फीट पानी जमा होने की वजह से एक बस पानी में फंस गई है.
बदरीनाथ, गंगोत्री हाईवे पर कई जगह आया मलबा:ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर लगातार बोल्डर और मलबा गिरने की स्थिति को देखते हुये जिला प्रशासन ने शुक्रवार को तपोवन से मलेथा तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. लगातार बारिश से राजमार्ग पर करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है. मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है.
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर शिवपुरी, ब्रह्मपुरी, अटाली गंगा, व्यासी, कौड़ियाला, महादेव चट्टी,तोताघाटी, साकनीधार, तीनधारा, धौलीधार आदि में मलबा और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी है. गंगोत्री हाईवे पर भिन्नू गांव के पास करीब 35 मीटर पैच वाशआउट होने से आवाजाही ठप हो गई है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा: हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. शनिवार सुबह से ही गंगा का जलस्तर 293.05 मीटर पर चल रहा है जबकि वार्निंग लेवल 293 मीटर है। बैराज की क्षमता 294 मीटर है. वहीं, निचले इलाकों में जलभराव हो गया है. उधर, लालढांग में भू-कटाव से बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है, धनोरी क्षेत्र में खेतों में पानी भर गया है.
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प्रदेश की 200 से ज्यादा सड़कें बंद:उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और भूधंसाव से पांच नेशनल हाईवे समेत कुल 200 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. टिहरी जिला प्रशासन ने ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 को तपोवन से मलेथा तक आवागमन के लिए बंद कर दिया है. वहीं, पहाड़ियों से लगातार पत्थर और बोल्डर गिरने से पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा खतरनाक बनी हुई है. ऐसे में लोगों को इन दिनों पहाड़ की यात्रा टालने की सलाह दी गई है.