ETV Bharat Uttarakhand

उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / city

समस्याओं को लेकर दून मेयर का किया घेराव, मिला आश्वासन - Mayor Sunil Udyal Gamma

जनक्रांति विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जन समस्याओं को लेकर नगर निगम में नारेबाजी कर मेयर सुनील उनियाल गामा का घेराव किया. साथ ही 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा.

जनक्रांति विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जन समस्याओं पर मेयर को 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन.
author img

By

Published : Jul 2, 2019, 9:50 PM IST

देहरादून:जनक्रांति विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जन समस्या और अन्य मांगों को लेकर नगर निगम में नारेबाजी कर मेयर सुनील उनियाल गामा का घेराव किया. साथ ही 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा. वहीं चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तो जनक्रांति विकास मोर्चा नागरिकों को साथ लेकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी. वहीं मेयर ने जनक्रांति विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द नगर निगम से जुड़ी समस्याओं का निर्धारण किया जाएगा.

जनक्रांति विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जन समस्याओं पर मेयर को 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन.

नगर निगम परिसर में प्रदर्शन के दौरान जनक्रांति विकास मोर्चा ने नगर निगम क्षेत्र की समस्त मलिन बस्तियों को नियमित किए जाने और नगर निगम की जमीनों का सर्व कर भू-माफिया से मुक्त कराने की मांग की.

साथ ही देहरादून को डेंगू के कहर से बचाने के लिए प्रभावशाली नीति अपनाने और क्षेत्र को जल भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए नालों को जल्द से जल्द सफाई कराने की बात कही. साथ ही स्थाई कूड़ा घरों को भूमिगत कराने और धार्मिक स्थलों, शैक्षिक संस्थानों और अस्पताल के आसपास से कूड़ादानों को जल्द से जल्द हटाए जाने की मांग की.
प्रदर्शनकारी प्रदीप कुकरेती ने बताया कि नगर निगम की अनुमति के बाद नगर निगम का क्षेत्र तो बड़ा हैं.

ये भी पढ़े:अल्मोड़ा में सूख रहे पारंपरिक नौले, बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण, अब इंद्र देव का इंतजार

लेकिन नगर निगम में कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है. कर्मचारियों की कमी के कारण सफाई व्यवस्था डगमगा गई है. जिसके चलते सफाई सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है. साथ ही कहा कि सरकार ने जिस प्रकार से वार्डों की संख्या बढ़ाई थी. उन बस्तियों का अभी तक नियमितीकरण नहीं किया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

author-img

...view details