उत्तरकाशी: हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अब प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी कर सीमित संख्या में चारधाम यात्रा को खोल दिया है. हालांकि अब चारधाम यात्रा के कपाट बंद होने में करीब डेढ़ माह का समय बच है. इसके बाद भी चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायियों और तीर्थ पुरोहितों को उम्मीद है कि यात्रा खुलने के बाद कुछ सीमा तक आजीविका में सुधार हो पायेगा.
चारधाम यात्रा के खुलने के अवसर पर ईटीवी भारत की टीम गंगोत्री धाम पहुंची और यहां पर मां गंगा के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं से जाना कि ये यात्रा कितनी महत्वपूर्ण होती है. वहीं गंगोत्री मंदिर धाम समिति ने हाईकोर्ट और मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया है.
गंगोत्री में शुरू हुई चारधाम यात्रा चारधाम यात्रा खुलने के बाद प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार गंगोत्री धाम में एक दिन में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्री दर्शन कर सकते हैं. चारधाम यात्रा के खुलने से पूर्व एसडीएम भटवाड़ी ने भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं ईटीवी भारत ने इस सम्बंध में श्रद्धालुओं और मंदिर समिति के पदाधिकारियों से जाना कि गंगोत्री धाम में चारधाम यात्रा को लेकर कैसी तैयारियां की हैं.
पहले दिन बहुत कम संख्या में श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंचे. हिमाचल प्रदेश के श्रद्धालु मेजर सन्तोषी ने कहा कि वह गंगोत्री धाम के दर्शन कर अभिभूत हैं. यहां पर चारधाम यात्रा के लिए मार्ग खुले हैं. मेजर सन्तोषी ने कहा कि प्रदेश सरकार को इसके लिए सकारात्मक कदम उठाने चाहिए. वहीं राजस्थान के यात्री ने भी सन्देश दिया कि गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए आएं.
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गंगोत्री मंदिर समिति के सहसचिव राजेश सेमवाल का कहना है कि गंगोत्री धाम में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं दुरस्त हैं. बरसात के बाद यात्रा का यह सबसे अनुकूल समय है. साथ ही गंगोत्री धाम में कोविड नियमों का पालन करते हुए दर्शन करवाए जा रहे हैं. बता दें कि गंगोत्री धाम में अब धीरे-धीरे दुकानें और होटल खुल गए हैं. यात्रियों की सुविधाओं के लिए होटल भी उपलब्ध हैं. गंगोत्री धाम में चारधाम यात्रा से जुड़े व्यवसायियों ने यात्रा खुलने पर खुशी व्यक्त की है.
हालांकि, अभी गंगोत्री धाम में गंगा घाटों का पूर्ण निर्माण नहीं हो पाया है. लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से घाटों पर पुलिस तैनात है.