देहरादून: उत्तराखंड में क्षेत्रीय फिल्मों को संरक्षित करने के लिए सरकार के तमाम दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. राज्य सरकार इतने सालों बाद भी नीति बनाए जाने को लेकर महज सुझाव तक ही सीमित रह गई हैं. जिसके चलते प्रदेश में क्षेत्रिय फिल्मों को सिनेमाघर नहीं मिलता. वहीं, एक बार फिर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सिनेमा से जुड़े लोगों भरोसा दिलाते हुए उनसे सुझाव मांगे हैं.
बता दें कि प्रदेश के उत्तरकाशी, पौड़ी, श्रीनगर, गोपेश्वर, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और चंपावत में सिनेमा हॉल या तो नहीं है या फिर बंदी के कगार पर है. जिस कारण प्रेदश में बन रही फिल्मों को बाजार नहीं मिल रहा है और उन्हें आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ रहा है.