देहरादून:कोरोना वायरस से होने वाली एहतियाती जंग के लिए सभी देशवासी घरों से डटकर मुकाबला कर रहे हैं. वहीं, समाज का एक तबका ऐसा भी है जो सड़कों, गलियों, मोहल्लों में निकलकर कोरोना से फ्रंटफुट पर लड़ाई लड़ रहा है. समाज का तबका हम सभी के लिए सड़कों पर हैं इसलिए हम सभी को इनके लिए घरों में रहने की जरुरत है, तब जाकर ही इनकी लड़ाई सफल हो पाएगी.
कोरोना वायरस के लड़ने के लिए सफाईकर्मी दिन-रात युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं. सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर संक्रमण को न फैलने देने की चुनौती को लेकर ये सफाईकर्मी जी जान से काम में जुटे हैं. नगर निकाय के अधीन आने वाले सफाईकर्मी सड़कों पर उतरकर हर उस चीज को सैनिटाइज करने में जुटे हैं, जिससे थोड़ा सा भी संक्रमण होने का खतरा हो.
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इसके अलावा ये 'कोरोना वॉरियर्स' अपने स्तर पर गरीब, भूखे और असहाय लोगों का पेट भरने के साथ-साथ उनका सहारा भी बन रहे हैं. देहरादून नगर निगम के सुपरवाइजर संजय बाली न सिर्फ अपने सफाईकर्मियों साथियों के साथ मिलकर कोरोना से लड़ रहे हैं बल्कि वे समाज के एक ऐसे तबके को भी साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं जिसे शायद इस आपाधापी में कहीं भुला सा दिया गया है. संजय अपने काम के साथ ऐसे ही गरीब और असहाय लोगों तक पहुंचकर उन्हें खाना भी मुहैया करवा रहे हैं. सफाईकर्मी संजय बाली का कहना है कि वह अपनी ड्यूटी शिफ्ट करने के बाद अपनी हैसियत के हिसाब से भूखे लोगों को भोजन करा रहे हैं. उन्होंने कहा इस 'लॉकडाउन' में सभी को चाहिए की उनकी इंसानियत कहीं से भी 'लॉक' 'डाउन' न हो.
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'लॉकडाउन' और कोरोना जैसे मुश्किल हालातों में संजय बाली जिस तरह से अपने 'वॉरियर्स' के साथ काम कर रहे हैं वो वाकई में तारीफ के काबिल है. कोरोना से जंग में लगे इन सफाईकर्मियों की जनता से बस ये ही अपील है कि वे अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें.