देहरादून:उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा पोस्टल बैलेट के माध्यम से एक व्यक्ति द्वारा बार-बार मतदान किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था. हरीश रावत के ट्वीट के बाद इस मामले में बवाल खड़ा हो गया. हरीश रावत ने चुनाव आयोग से इस पर कार्रवाई करने की मांग की थी.
चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा पोस्टल बैलेट के माध्यम से एक व्यक्ति द्वारा बार-बार मतदान किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किये जाने के मामले से हंगामा मच गया था. हरीश रावत ने वीडियो वायरल करते हुए कहा था कि क्या चुनाव आयोग इसका संज्ञान लेगा. चुनाव आयोग ने मामले का संज्ञान ले लिया है. फर्जी वोटिंग की आशंका के चलते मामले की गंभीरता समझते हुए चुनाव आयोग ने पिथौरागढ़ पुलिस को केस दर्ज करने को कहा है. जिसके बाद मामले में कुमाऊं के सीमांत जिला पिथौरागढ़ की डीडीहाट विधानसभा सीट में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मामला गंभीर होने के चलते पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
ये था पूरा मामला:बताते चलें कि बता दें कि तीन दिन पहले पोस्टल बैलेट से मतदान में धांधली का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इस वीडियो में सेना की वर्दी पहने एक व्यक्ति कथित तौर पर गलत तरीके से एक ही उम्मीदवार को बार-बार वोट डाल रहा था. उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से यह वीडियो वायरल किया था.
हरीश रावत ने कार्रवाई की मांग की थी: हरीश रावत ने मामले में चुनाव आयोग से एक्शन लेने की अपील की थी. अपने फेसबुक अकाउंट पर हरीश रावत ने चुनाव आयोग व अन्य अधिकारियों को टैग करते हुए लिखा था "एक छोटा वीडियो सबकी जानकारी के लिए वायरल कर रहा हूं. इसमें एक आर्मी के सेंटर में किस प्रकार से एक ही व्यक्ति सारे वोटों को टिक कर रहा है. यहां तक कि सभी लोगों के हस्ताक्षर भी वही कर रहा है. उसका एक नमूना देखिए. क्या इलेक्शन कमीशन इसका संज्ञान लेना चाहेगा ?"