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मिशन 2022: उम्मीदवारों को टिकट देने की रणनीति बना रही बीजेपी-कांग्रेस - कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी

उत्तराखंड में बीजेपी और कांग्रेस ने 2022 विधानसभा चुनाव के लिए अभी से टिकट बंटवारे की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.

Uttarakhand Assembly Elections 2022
Uttarakhand Assembly Elections 2022

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Published : Feb 21, 2021, 3:58 PM IST

देहरादून:राजनीतिक पार्टियां आगामी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में जुटी हैं. प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस ने चुनाव के लिए उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया अभी से शुरू कर दी है. एक ओर जहां भाजपा ने यह पहले ही तय कर दिया है कि जीतने वाले कैंडिडेट को ही टिकट दिया जाएगा. तो वहीं, कांग्रेस भी इस बात पर जोर दे रही है कि पार्टी में उसी कैंडिडेट को टिकट दिया जाएगा, जिनका अपने विधानसभा क्षेत्र में दबदबा होगा.

उम्मीदवारों को टिकट देने की रणनीति बना रही बीजेपी-कांग्रेस.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि 2022 विधानसभा चुनाव में उन्हीं उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा, जो जीतने वाले उम्मीदवार होंगे. हालांकि, इससे पहले इन सभी उम्मीदवारों का सर्वे कराया जाएगा. साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बताकर सर्वे नहीं कराया जाता है, लेकिन इशारों-इशारों में यह बात भी कह दी कि वर्तमान समय में उम्मीदवारों का सर्वे चल रहा है और जो सर्वे के मापदंड पर खरा उतरेंगे. उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा.

जिनकी पड़क अच्छी उन्हीं को मिलेगा टिकट- गरिमा दसौनी

वहीं, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के भीतर एक नियम के तहत उम्मीदवारों को टिकट दिया जाता है. मुख्य रूप से जिस उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है. उस उम्मीदवार का पार्टी के प्रति समर्पण भाव के साथ ही उनके विधानसभा क्षेत्र में उनकी पकड़ की स्थिति जानी जाती है.

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हमेशा चुनावी मोड में रहती है बीजेपी- गरिमा दसौनी

इसके साथ ही दसौनी ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा हमेशा से ही चुनावी मोड में रहती है. चुनाव जीतने के लिए भाजपा हर हथकंडे अपनाती है, ताकि वह चुनाव जीत सके और सत्ता पर काबिज हो सके. ऐसा ही मामला साल 2017 में देखने को मिला जब कांग्रेस का दामन छोड़ कर तमाम नेता भाजपा में शामिल हुए, तो भाजपा ने बिना इन नेताओं के निष्ठा भाव को जाने इन्हें टिकट दे दिया. यही नहीं, भाजपा हमेशा से ही अपने पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी करती रही है.

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