देहरादून: उत्तरकाशी में बीते दिनों हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के बाद नागरिक उड्डयन विभाग की नींद खुली है. एक के बाद एक हुई इन दो दुर्घटनाओं के बाद अब नागरिक उड्डयन विभाग नियमों को जांचने की बात कह रहा है. हवाई सफर करने वाले वीआईपी लोगों की सुरक्षा को देखते हुए नागरिक उड्डयन विभाग गंभीर हो गया है. जिसके लिए उड्डयन विभाग प्रदेश के हेलीपैडों के आस-पास हुए डेवलपमेंट को लेकर नीति बनाने की पहल करने जा रहा है.
उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद जागा उड्डयन विभाग
प्राइवेट हेलीकॉप्टर के नियमों की हो रही है जांच
नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में हेली सुविधा देने वाले प्राइवेट हेलीकॉप्टर आसानी से परमिशन ले सकें, सुरक्षित फ्लाई कर सकें इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार को इससे अच्छी इनकम हो और वो लोगों को सुरक्षित सेवा उपलब्ध करा सकें, इस संबंध में नागरिक उड्डयन विभाग समय-समय पर कार्यवाही कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्राइवेट हेलीकॉप्टर आसानी से परमिशन ले सकें, उसके संबंध में बने नियमों को एक बार फिर से देखा जा रहा है, ताकि विपरीत परिस्थितियों में हेली सेवाओं का आसानी से इस्तेमाल किया जा सके.
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जल्द मिलेगी हेलीपैड व्यवस्था के लिए नीति
राज्य सरकार ने 2013 में आयी आपदा के बाद सबक लेते हुए प्रदेश में विभिन्न जगहों पर हेलीपैड बनाने का एक खाका तैयार करने का दावा किया था, ताकि मानसून और आपदा के समय हेलीकॉप्टर के जरिए प्रभावित लोगों तक आसानी से पहुंचा जा सके. हालांकि प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर अबतक 51 हेलीपैड तो बना दिए गए हैं, लेकिन कई हेलीपैडों के पास बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स होने के कारण इनका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि प्रदेश में राज्य सरकार ने जो हेलीपैड बनाये हैं उनमें से कई को इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. जिसे देखते हुए अब नागरिक उड्डयन विभाग हेलीपैड के पास किस तरह से विकास कार्य होंगे उस संबंध में नीति लाने जा रहा है.
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वीआईपी सुरक्षा पर फोकस
आपदा राहत बचाव कार्य में जुटे दो हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अब उड्डयन विभाग वीआईपी सुरक्षा को देखते हुए बेहद गंभीर नजर आ रहा है. इस मसले पर बोलते हुए नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि नागरिक उड्डयन विभाग के विमान और हेलीकॉप्टरों की रूटीन मेंटेनेंस होती रहती है. उन्होंने कहा कि इन हेलीकॉप्टरों में जो भी अपग्रेडेशन की आवश्यकता है उसके लिए ओरगिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स से रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसका अध्ययन कर ओरगिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स ने प्रजेंटेशन दे दिया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में विचार किया जा रहा है किस तरह से विमान और हेलीकॉप्टर के सिस्टम को इम्प्रूव किया जा सके, ताकि वीआइपी लोगों की सुरक्षा में कोई चूक न हो.